पिछले कुछ दिनों से राज्य में छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर राजनीति (Maharastra Politics) देखने को मिल रही है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान के बाद यह विवाद और भड़क गया। उसके बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी कोश्यारी की आलोचना की थी। उसके बाद राज ठाकरे ने ऐतिहासिक मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए बड़ा बयान दिया है। राज ठाकरे इन दिनों कोंकण के दौरे पर हैं। उस समय उनकी चौतरफा आलोचना भी हुई थी। राज ठाकरे का सिंधुदुर्ग दौरा आज से शुरू हो गया है। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। मैं लंबे समय से कोकण आना चाहता था। राज ठाकरे ने कहा था कि कोंकण दौरा संगठनात्मक निर्माण के लिए था. इसके बाद उन्होंने शिवराय के इतिहास को लेकर चल रहे विवाद पर उंगली उठाते हुए बड़ा बयान दिया था।
राज ठाकरे ने कहा था कि कोंकण दौरा संगठनात्मक निर्माण के लिए था. इसके बाद उन्होंने शिवराय के इतिहास को लेकर चल रहे विवाद पर उंगली उठाते हुए बड़ा बयान दिया था। इसमें जो चीजें मिलती हैं वह हमारे सामने हैं। इसके अलावा कोई ऐतिहासिक दस्तावेज या पत्र नहीं हैं।इसलिए राज ठाकरे ने भी कहा है कि प्रतापराव गूजर और उनके साथ कौन-कौन से छह लोग थे, इससे कोई मतलब नहीं है।
राज ठाकरे ने एक बड़ा बयान भी दिया है कि सिनेमाई आजादी लिए बिना आप इतिहास नहीं दिखा सकते। यह भी देखना होगा कि इतिहास को झटका न लगे। राज ठाकरे ने इस समय आक्रामक बयान दिया है कि शिव राय को झकझोरने वाली माया का बेटा अभी पैदा नहीं हुआ है।
Also Read: महाराष्ट्र में पेपरलेस होंगे सरकारी कामकाज, 1 अप्रैल से लागू होगा ई-ऑफिस सिस्टम