Big Decision Regarding Ulhasnagar: उल्हासनगर शहर में विभिन्न स्थानों पर अनाधिकृत रूप से इमारतों का निर्माण किया गया है। शहर में 27 हजार से ज्यादा अनाधिकृत विकास कार्य और निर्माण हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इन निर्माण कार्यों को मंजूरी देने का निर्णय लिया है। बुधवार को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इस संबंध में फैसले पर मुहर लगायी गयी.
सरकारी सीमा के अंतर्गत आने वाली जमीनों पर गरीब और जरूरतमंद नागरिकों ने अपना घर बना लिया है. इन घरों को तोड़कर रविहासों को बेघर करने के बजाय उनसे एक सुनहरा मतलब निकाला गया है। इस जगह पर रहने वाले नागरिकों को आधिकारिक तौर पर इस जगह पर रहने के लिए कुछ शुल्क देना होगा। इसके लिए सिर्फ 10 फीसदी अधिभोग शुल्क चुकाकर अपने निर्माण को नियमित कराया जा सकता है.
कल्याण लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे और उल्हासनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुमार आयलानी ने लगातार इस पर अमल किया था। उनकी लगातार कोशिशों को अब सफलता मिल गई है। इससे उल्हासनगर के नागरिकों को बड़ी राहत मिली है।(Big Decision Regarding Ulhasnagar)
उल्हासनगर शहर में सरकारी जमीन पर ये इमारतें और घर कई सालों से खड़े हैं. अनाधिकृत निर्माण को मंजूरी देने का फैसला बुधवार को कैबिनेट बैठक में लिया गया. अनधिकृत इमारतों में रहने वाले निवासियों को सरकार को केवल 10 प्रतिशत अधिभोग शुल्क देना होगा।
विधायक कुमार आयलानी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल मंत्रिस्तरीय बैठक में लिए गए इस फैसले से उल्हासनगर के लाखों निवासियों को राहत मिली है।
Also Read: मुंबई के कोलाबा में कश्मीरी व्यवसायी पर हुआ हमला, मामला CCTV में हुआ कैद