छत्तीसगढ़ के एक रिक्शा चालक की बेटी ने अपनी मेहनत और हिम्मत से सफलता हासिल की है। हिशा बघेल दुर्ग अग्निवीर योजना के लिए चुनी जाने वाली पहली युवती हैं। हिशा की आर्थिक अथिति ठीक नहीं उसके पिता 12 साल से कैंसर से जूझ रहे हैं।
हिशा बघेल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बोरीगार्का गांव की रहने वाली हैं। हिशा ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया 2023 में भाग लिया था। इसमें उनका चयन हुआ है। अग्निवीर भारती में चयनित होने वाली वह पहली युवती हैं। हिशा अब ट्रेनिंग के लिए ओडिशा के चिल्का जाएंगी। चिल्का में मार्च तक भारतीय नौसेना के वरिष्ठ माध्यमिक रंगरूटों के प्रशिक्षण के बाद वह एक महिला फायर फाइटर के रूप में देश की रक्षा करेंगी। बच्ची की सफलता के बारे में हिसा की मां सती बघेल ने कहा, ‘मुझे अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। वह बहुत मेहनती है। वह ट्रेनिंग के लिए सुबह 4 बजे उठ जाती थीं। वह गांव के मैदान में युवकों के साथ अकेले दौड़ने का अभ्यास करने लगी। उसने सितंबर 2022 में अग्निवीर योजना के तहत नेवी भर्ती के लिए आवेदन किया था। अधिकारियों ने उनकी फिटनेस को देखते हुए उनका चयन किया। हिशा एक आम रिक्शा चालक की बेटी हैं। उसके पिता 12 साल से कैंसर से जूझ रहे हैं। हिशा के पिता के इलाज के लिए एक रिक्शा और जमीन भी बिक चुकी है।
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