आगामी 2026 के BMC चुनावों को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे के उस बयान ने सत्ताधारी खेमे में विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि “मुंबई का मेयर मराठी होगा और वह हमारा होगा।” इस बयान के बाद मंत्री और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। (Shirsat political attack)
मंत्री संजय शिरसाट ने राज ठाकरे पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, “राज ठाकरे ने जो बयान दिया है, मुझे उसका आश्चर्य है। मतलब, अपने बच्चों को संभाल नहीं सकते और महाराष्ट्र संभालने का दावा कर रहे हैं। मुंबई महानगरपालिका संभालने का दावा कैसे कर सकते हैं?”
शिरसाट ने आगे राज ठाकरे की नीतियों और राजनीतिक विश्वसनीयता पर तंज कसते हुए कहा कि राज ठाकरे अपने परिवार और निजी मामलों में भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “वो अपने बच्चों को संतुलित नहीं रख पाए, अब शहर पर राज करने का दावा कर रहे हैं। यह कैसे संभव है?” (Shirsat political attack)
विश्लेषकों का कहना है कि मंत्री का यह बयान सीधे तौर पर राज ठाकरे की राजनीतिक विश्वसनीयता और उनके BMC चुनाव में प्रभाव पर सवाल उठाता है। सत्ताधारी खेमे के इस पलटवार से मुंबई के चुनावी माहौल में और तनाव बढ़ गया है।
राज ठाकरे की यह बयानबाजी और शिरसाट की प्रतिक्रिया दोनों ही राजनीतिक हलकों में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बयान-बाजी BMC चुनाव की दिशा और गठबंधन रणनीतियों पर असर डाल सकती है। (Shirsat political attack)
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