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श्री नरसिंह के. दुबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा दुबे जी के 15 वें पुण्यस्मरण के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन

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श्री नरसिंह के. दुबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा दुबे जी के 15 वें पुण्यस्मरण के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन

Shri Narsingh K Programs: श्री नरसिंह के. दुबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं रुग्णालय द्वारा परम पूज्यनीय “बाबूजी” स्वर्गीय श्री नरसिंह के. दुबे जी के 15 वें पुण्यस्मरण के उपलक्ष्य में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 28 जनवरी 2024 को सुबह 10.00 बजे से रात 10.00 बजे तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया l इसमे नि:शुल्क चिकित्सा शिबिर, सुदृढ बालक प्रतियोगिता,अन्नवह स्त्रोतस पर आधारित वनौषधीयों की प्रदर्शनी, संभाषा प्रतियोगिता,भावपूर्ण श्रद्धांजली, विशुद्ध भोजपुरी /अवधी कवी संमेलन आदी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया l कार्यक्रम की शूरुवात दीप प्रज्वलन एवं धन्वंतरी पूजन से की गई l
नि:शुल्क चिकित्सा शिबिर में 1177 मरीजोंने विभिन्न चिकित्सा का लाभ लिया l जिसमे रक्त परीक्षण, इसीजी,एक्स-रे आदि नि:शुल्क परीक्षण चिकित्सकों के सलाह के अनुसार किया गया l जिन को शस्त्रकर्म की आवश्यकता थी वह सभी शस्त्रकर्म एक सप्ताह में निशुल्क किये जायेंगेl किफायती दाम में चष्मा वितरण भी किया गयाl
महाविद्यालय के सभागृह में सुदृढ बालक प्रतियोगिता 10.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे के बीच संपन्न हुई l विख्यात बालरोग तज्ञ डॉक्टर शुभांगी ठाकूर, पोदार आयुर्वेद कॉलेज, वरली डॉक्टर संदीप राजपूत, बालरोग तज्ञ, येरला मेडिकल ट्रस्ट आयुर्वेद कॉलेज खारघर इन निर्णायकों ने बालकों का चयन कियाl इस प्रतियोगिता मे प्रथम पुरस्कार 1501/-द्वितीय पुरस्कार १००१/- तृतीय पुरस्कार 751/- प्रमाणपत्र एवं ट्रॉफी देकर विजेताओ को पुरस्कृत किया गया l 6 माह से 2 साल तक के गट में प्रथम पारितोषिक व्योम बिष्ट, द्वितीय पारितोषिक सेहरीश खाटीक, तृतीय पारितोषिक अनैश सिंग इनको दिया गया l 2 साल से 3 साल तक में प्रथम पारितोषिक प्राप्ती दाखिणकर, द्वितीय पारितोषिक श्राव्या तरे, तृतीय पारितोषिक हेजल राठोड इनको दिया गया l 3 साल से 6 साल तक के गट मे प्रथम पारितोषिक नेत्रा ठोंबरे, द्वितीय पारितोषिक मानवी परब, तृतीय पारितोषिक चैतन्य कोलते इन्हें देकर पुरस्कृत किया गया l
दोपहर 2.00 बजे से प्रारंभ हुई संभाषा प्रतियोगिता में प्राथमिक दौर में चयनित 99 प्रतियोगियों में से 15 प्रतियोगियों ने अंतिम दौर में हिस्सा लिया l इसमे महाराष्ट्र राज्य के सभी वैद्यकीय, डेंटल ,आयुर्वेद होमिओपॅथी, नर्सिंग,फिजिओथेरपी एवं अन्य क्षेत्र के विद्यार्थीयों ने सहभाग लिया l संभाषा प्रतियोगिता के लिये चार विषय दिये गये थे l

1) मानसिक स्वास्थ्य प्राथमिक चिकित्साः शारीरिक प्राथमिक चिकित्सा जितना ही महत्वपूर्ण?
2) रियलिटी टीवी शो की हकीकत ।
3) स्व-चिकित्सा – नुकसान पहुंचाने का तरीका या ठीक होने का मौका?
4) किशोर उम्र आत्महत्या-उपाय नहीं बल्कि शोकांतिका ।

प्रतियोगिता के निर्णायक अमित भिडे (एबीपी माझा), डॉक्टर रवींद्र देशपांडे ( फिजिशियन, नालासोपारा), प्रोफेसर डॉ. एम.ए. अन्सारी रिसर्च मार्गदर्शक एच एस एन सी विद्यापीठ, मुंबई इन्होने शब्दोच्चार, आत्मविश्वास, विषय का चयन, प्रभाव आदी गुणवत्ता के अनुसार स्पर्धकों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व उत्तेजनार्थ पुरस्कार के लिए चुना l

प्रथम पारितोषिक स्वरा सावंत, अण्णासाहेब वर्तक महाविद्यालय वसई 10,000/- स्मृतीचिन्ह व प्रमाणपत्र, द्वितीय पारितोषिक दिव्या पटील, नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज 7000/- स्मृतिचिन्ह व प्रमाणपत्र, तृतीय पारितोषिक कृष्णा रामदास रामावत, विरार होमिओपॅथिक मेडिकल कॉलेज, 5000 /- स्मृतीचिन्ह व प्रमाणपत्र,उत्तेजनार्थ पुरस्कार सनी वर्मा, भवन्स कॉलेज, अंधेरी, 3000/- स्मृतीचिन्ह व प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया गया l
संस्था के अध्यक्ष माननीय श्री जयप्रकाश दुबे जी एवं सभी निर्णायकों द्वारा मिलकर पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम संपन्न हुआ l
पारितोषिक वितरण के पश्चात परम पूज्यनीय बाबूजी के स्मृती को भावपूर्ण श्रद्धांजली व्यक्त की गई। इस सभा में सभी अध्यापक, विद्यार्थी, कर्मचारी एवं नालासोपारा-मुंबई परिसर की जनता उपस्थित थी l
तत्पश्चात भोजपुरी / अवधी कवी संमेलन का आयोजन किया गया उसमें “निडर” जौनपुरी वरिष्ठ कवी वाराणसी इन्होंने अध्यक्षता की l कवी संमेलन का संचालन प्रो.डॉ. चंद्रभूषण शुक्ला ने किया l मुंबई, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड से कवी अॅडव्होकेट राजीव मिश्रा जौनपुर/अंधेरी, मुंबई, हृदयानंद “विशाल” देवरिया /ठाणे, जवाहरलाल “निर्झर” मऊ/जोगेश्वरी, मुंबई, रासबिहारी पांडे भभुआ कैमुर/नालासोपारा पालघर, प्रतिमा तिवारी – देवरिया रांची, झारखंड, दिनेश मिश्र ” बैसवारी”उन्नाव/विरार पालघर, जाकीर “रहबर”- कुशीनगर /जोगेश्वरी, मुंबई, रवी यादव आजमगढ/ सायन,मुंबई, रुस्तम “घायल” बेतिया/ जोगेश्वरी, मुंबई, जियाउल हक- छपरा/ नेरुल,नवी मुंबई लक्ष्मीशंकर मिश्र “शब्द साधक” जौनपुर / ठाणे आदि कवियोंने हास्य,व्यंग, करूण, शृंगार एवं वीर रस की कविताओं से श्रोताओंको मंत्रमुग्ध कर दियाl सभी भोजपुरी/अवधी भाषिक महिलाओं एवं पुरूषोंने कवी संमेलन का भरपूर लुत्फ उठाया l पश्चात”स्वरूची भोज” से कार्यक्रम संपन्न हूआ l

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