मुंबई पुलिस ने एक निजी कंपनी के साथ 36 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में बेंगलुरु के एक व्यापारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम राजत जैन (39 वर्ष) बताया जा रहा है, जिसने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के अनलिस्टेड शेयर बेचने के बहाने यह धोखाधड़ी की। (Stock Market Scam)
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने मुंबई की एक निजी कंपनी से संपर्क कर उन्हें यह विश्वास दिलाया कि उसके पास एनएसई के अनलिस्टेड (गैर-सूचीबद्ध) शेयर उपलब्ध हैं, जिन्हें वह उन्हें बेच सकता है। इस झांसे में आकर कंपनी ने राजत जैन को कुल 95 लाख रुपये का भुगतान किया। आरोपी ने पहले तो 59 लाख रुपये वापस लौटा दिए, लेकिन शेष 36 लाख रुपये हड़प लिए। (Stock Market Scam)
कंपनी को जब कई दिनों तक शेयर या रकम वापस नहीं मिली, तो उन्हें ठगी का संदेह हुआ। इसके बाद उन्होंने बोरीवली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए बैंक लेनदेन और आरोपी के मोबाइल रिकॉर्ड खंगाले। शुरुआती जांच में सामने आया कि राजत जैन ने रकम का एक हिस्सा अपने निजी उपयोग में खर्च कर दिया था और बाकी रकम अपने व्यावसायिक खातों में ट्रांसफर की थी।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बेंगलुरु में छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार किया और उसे मुंबई लाया गया। बाद में उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने निवेश और शेयर बाजार में अनुभव रखने का दावा करते हुए कंपनी के निदेशकों को भरोसे में लिया था। उसने एनएसई के अनलिस्टेड शेयरों में भारी मुनाफे का लालच दिया, जिससे कंपनी ने तुरंत निवेश कर दिया। लेकिन बाद में यह पूरा सौदा झूठा निकला। (Stock Market Scam)
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की आगे जांच जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस धोखाधड़ी में और लोग भी शामिल हैं या नहीं।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या राजत जैन ने इसी तरह की ठगी अन्य शहरों में भी की है। पुलिस को शक है कि आरोपी ने कई निवेशकों को अनलिस्टेड शेयरों के नाम पर धोखा दिया होगा।
इस घटना ने एक बार फिर निवेशकों को आगाह किया है कि किसी भी अनलिस्टेड या निजी शेयर डील में पैसा लगाने से पहले पूरी जांच-पड़ताल कर लें। वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि इस तरह के सौदों में फर्जीवाड़े की आशंका अधिक रहती है क्योंकि ये शेयर सार्वजनिक रूप से ट्रेड नहीं किए जाते।
फिलहाल, बोरीवली पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि 36 लाख रुपये का इस्तेमाल कहां और कैसे किया गया। जांच पूरी होने के बाद पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी।