ताजा खबरेंपॉलिटिक्स

एकनाथ शिंदे गुट की रणनीति, अयोग्यता मामले में 16 विधायकों की होगी स्पीकर के सामने पेशी

416
एकनाथ शिंदे गुट की रणनीति, अयोग्यता मामले में 16 विधायकों की होगी स्पीकर के सामने पेशी

महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ी घटना गुरुवार से शुरू हो रही है. शिवसेना के 16 अयोग्य विधायकों की याचिका पर विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष सुनवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य ठहराए गए 16 शिवसेना विधायकों के मामले की सुनवाई का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को दिया था. इसके बाद 14 सितंबर से विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर सुनवाई शुरू करेंगे. राहुल नार्वेकर शिवसेना के दोनों गुटों का पक्ष समझेंगे. इसके बाद इस मामले पर फैसला सुनाया गया है.

एकनाथ शिंदे गुट के दो वकील स्पीकर के सामने अपना पक्ष रखेंगे. इन दोनों वकीलों का मार्गदर्शन प्रसिद्ध न्यायविद् हरीश साल्वे की टीम ने किया। हरीश साल्वे ने सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे समूह का प्रतिनिधित्व किया. इससे पहले केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना का नतीजा एकनाथ शिंदे के पक्ष में दिया था. चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को पार्टी और पार्टी सिंबल दे दिया है. इसलिए शिंदे गुट ने यह पक्ष रखने की रणनीति बनाई है कि शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता.

केंद्रीय चुनाव आयोग के नतीजे आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष यह स्थिति रखी जाएगी कि हम ही शिवसेना हैं। उस संदर्भ में दस्तावेज दिये जायेंगे. यह भी तर्क दिया जाएगा कि जब विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की सूचना दी गई तो विधानसभा उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया था। इसलिए शिंदे गुट यह पक्ष रखने जा रहा है कि उपराष्ट्रपति द्वारा दिया गया नोटिस स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए.

इस सुनवाई को लेकर वरिष्ठ संविधान विशेषज्ञ उल्हास बापट ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में निर्णय लेने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को है. लेकिन यदि राष्ट्रपति संविधान के विरुद्ध निर्णय लेता है तो वह पुनः न्यायालय जा सकता है। अगर विधायक अयोग्य हुए तो सरकार गिर जाएगी. क्योंकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 16 विधायकों की अयोग्यता मामले में फंसे हैं. बापट ने संभावना जताई कि यह सुनवाई दो या तीन महीने में खत्म हो जाएगी.

Also Read: ‘उस’ वायरल वीडियो पर एकनाथ शिंदे की सफाई; उन्होंने कहा, जब हम…

WhatsApp Group Join Now

Recent Posts

Advertisement

ब्रेकिंग न्यूज़