तेलंगाना के नागार्जुन सागर लिफ्ट सिंचाई योजना (SLBC) की एक सुरंग में हुए हादसे के बाद आठ मजदूरों के फंसे होने की खबर सामने आई है। घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया, और राहत दल दिन-रात लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटे हैं। इस हादसे ने पूरे इलाके में चिंता और बेचैनी फैला दी है, जबकि मजदूरों के परिजन और स्थानीय लोग बाहर खड़े होकर अपने अपनों के सही-सलामत बाहर आने की दुआ कर रहे हैं।
हादसे की पूरी घटना
यह हादसा तब हुआ जब SLBC परियोजना के तहत एक महत्वपूर्ण सुरंग की खुदाई का काम चल रहा था। अचानक सुरंग का एक हिस्सा ढह गया, जिससे वहां काम कर रहे आठ मजदूर अंदर फंस गए। मलबा गिरने की वजह से सुरंग के अंदर से बाहर जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया, और ऑक्सीजन की कमी की आशंका ने बचाव दल की चिंताओं को बढ़ा दिया।
प्रशासन को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें मौके पर भेज दीं। स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीमें भी बचाव अभियान में जुट गईं।
रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति
रेस्क्यू टीम लगातार सुरंग के मलबे को हटाने की कोशिश कर रही है, ताकि फंसे हुए लोगों तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके। भारी मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है, लेकिन सुरंग की संरचना को और नुकसान न पहुंचे, इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया है कि सुरंग में ऑक्सीजन पाइपलाइन डाली गई है, ताकि फंसे हुए मजदूरों को सांस लेने में दिक्कत न हो। साथ ही, एक संचार लाइन स्थापित करने की कोशिश की जा रही है, जिससे बचाव दल मजदूरों से संपर्क कर सके और उनकी स्थिति का आकलन किया जा सके।
परिजनों की बेचैनी और उम्मीद
सुरंग के बाहर फंसे मजदूरों के परिजन गहरी चिंता में हैं। वे बेचैनी से अपने प्रियजनों की सलामती की खबर का इंतजार कर रहे हैं। कई लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं, तो कुछ लोग बचाव कार्य में मदद के लिए अधिकारियों को सुझाव दे रहे हैं।
एक फंसे हुए मजदूर के भाई ने कहा, “हमारी उम्मीद सिर्फ रेस्क्यू टीम पर टिकी है। मेरा भाई अंदर है, और हम बस उसके सही-सलामत बाहर आने की दुआ कर रहे हैं।”
सरकारी प्रतिक्रिया और समर्थन
तेलंगाना सरकार ने इस हादसे पर तुरंत संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बचाव अभियान में किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए और हरसंभव संसाधन इस्तेमाल किए जाएं। सरकार ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भी आश्वासन दिया है।
राज्य के जल संसाधन मंत्री ने घटनास्थल का दौरा किया और बचाव कार्य की समीक्षा की। उन्होंने कहा, “हमारे पास प्रशिक्षित विशेषज्ञों की टीम है, और हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।”
आशा की किरण
रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार तेज गति से चल रहा है, और अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही फंसे हुए सभी मजदूरों को बाहर लाया जाएगा। बचाव दल के मुताबिक, वे सुरंग के अंदर से कुछ आवाजें सुन पा रहे हैं, जिससे संकेत मिलता है कि मजदूर जीवित हैं और उनका मनोबल बना हुआ है।
पूरा देश इस कठिन घड़ी में तेलंगाना के इन मजदूरों के लिए प्रार्थना कर रहा है। हर कोई यही चाहता है कि बचाव दल जल्द से जल्द अपनी मेहनत से सभी को सुरक्षित बाहर निकाले और यह हादसा बिना किसी जानहानि के समाप्त हो।
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