Shivsena MLA: बुधवार का दिन शिवसेना के लिए अहम है. एकनाथ शिंदे गुट या उद्धव ठाकरे गुट, किसके विधायक होंगे अयोग्य? परिणाम आएगा. इस नतीजे से पहले उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एकनाथ शिंदे और राहुल नार्वेकर की मुलाकात पर सवाल उठाए.
शिवसेना विधायकों की अयोग्यता का नतीजा बुधवार को आएगा. विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने नतीजों का काम लगभग पूरा कर लिया है. इस फैसले से पहले मध्यस्थ यानी विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुलाकात हुई. इस दौरे की उद्धव ठाकरे ने आलोचना की है. यह दोहरी यात्रा लोकतंत्र की हत्या है।’ हम इस निर्देश को सुप्रीम कोर्ट में लेकर आये हैं. हमने कल इस संबंध में एक हलफनामा दायर किया है।’ लेकिन हम इसे जनता की अदालत में लाने की कोशिश कर रहे हैं. क्या कल कोई पागलपन वाला नतीजा आएगा, इस पर उद्धव ठाकरे ने इन शब्दों में टिप्पणी की.
मध्यस्थ न्यायाधिकरण के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर फैसले के लिए कल रात तक का समय लेंगे. शायद उन्हें इससे भी अधिक समय लगेगा. वे मध्यस्थ बने बैठे हैं. लेकिन वे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से दो बार जाकर मिले. यह प्रकार एक न्यायाधीश द्वारा अभियुक्त से मिलने जाने जैसा है। हम कल इस मामले को तुरंत सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाए। इस संबंध में एक हलफनामा दायर किया गया है. नार्वेकर जज की भूमिका निभाते हैं और आरोपी एकनाथ शिंदे उनसे मिलते हैं हमने एकनाथ शिंदे पर आरोप लगाया है. इसलिए हमारी नजर में वे आरोपी हैं.’ सुनवाई के दौरान आरोपी और जज के बीच खुली बैठक हो रही है. यह लोकतंत्र की हत्या है. हमारी उम्मीद अब सुप्रीम कोर्ट से है. लेकिन हम इस मामले को जनता की अदालत में लाना चाहते हैं.(Shivsena MLA)
उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक इंटरव्यू में वरिष्ठ कानूनी विशेषज्ञ उल्हास बापट कहते हैं, ‘यह समय की बर्बादी है या राष्ट्रपति पर दबाव है या वह इस मामले में इतने कुशल नहीं हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा, ”हम इस मामले को राज्य के लोगों के ध्यान में लाना चाहते हैं.
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