प्रजा फाऊंडेशन मुंबई (Mumbai)महानगरपालिका के शिक्षा रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में 10 साल की पूरे आंकड़े पेश किये हैं। जिस तरह से यह आंकड़े आये है इससे बीएमसी के मोनेटरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है। आपको बता दे बीएमसी शिक्षा बजट पर सरकार 3हजार 2सौ 48 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
इस रिपोर्ट के कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े और आपको बता दे तो बीएमसी स्कूलों में कोविड के दौरान कोविड जांच में कमी आया है आपको बता दे बीएमसी स्कूलों में कोविड के दौरान सिर्फ 26% बच्चो का जांच किया है। 3 लाख 18 हजार छात्रों में सिर्फ 84 हजार 3 सौ कोविड जांच बीएमसी के द्वारा किया गया है।
दूसरा बीएमसी स्कूलों में प्रवेश लेने आंकड़ों में कमी आया है। 2012-13 में 45% छात्र बीएमसी स्कूलों में एड्मिसन लिया था जो 2021-22 में 41% हो गया है। कोविड के दौरान तो सिर्फ 36% छात्रों ने प्रवेश लिया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे बीएमसी अपने 2022-23 में शिक्षा बजट में 1 छात्र के पीछे लगभग 1 लाख रुपये खर्च किया है। पहली 2012-13 एक छात्र के पीछे 50 हजार खर्च होता था।
बीएमसी स्कूल में भाषा माध्यम 2012-13 के मुकाबले 2021-22 में महाराष्ट्र की मराठी भाषा शिक्षा लेने वाले छात्रों में 51हज़ार छात्रों के साथ 50% की कमी है। जिसमे अंग्रेजी के शिक्षा लेने छात्रों में लगभग 1लाख 77% वृद्धि हुई है। इसके साथ हिंदी में 76 हजार के साथ 44% और उर्दू में 80 हजार के साथ 30% कमी देखी गई है।
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