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सत्र के पहले ही दिन दूर हो गई ये दुविधा, घिर गया था खुद ठाकरे परिवार; क्या बात है आ? किसने क्या कहा?

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सत्र के पहले ही दिन दूर हो गई ये दुविधा, घिर गया था खुद ठाकरे परिवार; क्या बात है आ? किसने क्या कहा?

Dilemma Resolved: विधानमंडल का सत्र आज से शुरू हो गया है. इस सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है. इस तरह साढ़े तीन साल पुराना मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है. इस मुद्दे पर ठाकरे परिवार पर निशाना साधा गया है. दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। खबर है कि इस मामले की जांच अब एसआईटी करेगी. इस मामले में खबर है कि ठाकरे ग्रुप के नेता आदित्य ठाकरे की भी एसआईटी जांच करेगी. इस बीच बीजेपी और शिंदे गुट के नेताओं ने आदित्य ठाकरे पर हमला बोला है. मामले की गहन जांच की मांग की गई है.

इस मामले पर बीजेपी नेता आशीष शेलार ने प्रतिक्रिया दी है. दिशा सालियान मामले में एसआईटी जांच कराई जाए या नहीं, इस पर सरकार फैसला लेगी. लेकिन दिशा सालियान की मौत के मामले ने संदेह पैदा कर दिया है,पुलिस विभाग से स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाए। मैं तो कहूंगा कि खुद आदित्य जी को यहां एसआईटी जांच की मांग करनी चाहिए. आशीष शेलार ने कहा कि वह अनुरोध करेंगे कि उन्हें अपनी ही कमेटी के सामने जाना चाहिए.

मैं दिशा सालियान मामले की एसआईटी जांच का स्वागत करता हूं।’ लोग सशंकित थे. क्या इस मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है? ये शंका लोगों के मन में थी. वह शंका अब दूर हो जायेगी. आदित्य ठाकरे विश्व स्तर पर एक लोकप्रिय नेता बन गए हैं। सत्र के दौरान वह विदेश में हैं. बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने आलोचना करते हुए कहा है कि उनके पास आम लोगों की समस्याओं पर ध्यान देने का समय नहीं है.(Dilemma Resolved)

दिशा सालियान की आत्महत्या या हत्या का सवाल लगातार सामने आ रहा था. जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे तब सचिन वाजे की भी संदिग्ध भूमिका थी. एसआईटी जांच से आदित्य ठाकरे को घबराने की कोई जरूरत नहीं है. प्रसाद लाड ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर इसमें आदित्य ठाकरे शामिल हैं तो उन्हें निश्चित तौर पर नुकसान होगा.

संजय शिरसाठ ने कहा…
इस मामले पर शिंदे गुट के नेता संजय शिरासाथ ने प्रतिक्रिया दी है. मुझे लगता है कि दिशा सालियान मामले में आदित्य ठाकरे शामिल हैं. शिरसाट ने कहा कि राज्य के गृह विभाग को ऐसे कुछ सबूत मिले हैं. विनायक राऊत ने आलोचना की है कि सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है. यह सरकार आपसे बदला लेने के लिए नहीं चल रही है शिरसाट ने जवाब देते हुए कहा कि विनायक राऊत पर संजय राऊत की छाया पड़ गई है.

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