इस साल भले ही महाराष्ट्र में भरपूर बारिश हुई है और महाराष्ट्र में कई जगहों पर पानी की समस्या कम से कम 1 वर्ष के लिए कम हो गई हो लेकिन क्या क्या भारत मे पानी की कमी पूरी हुई है और क्या पूरे विश्व मे पानी की कमी होती है ?
आपको बता दे पानी के कमी सिर्फ हमारे भारत देश मे ही नहीं बल्कि दुनिया के और कई देशों में भी होती है। संयुक्त राष्ट्र की ‘The State of Climate Services 2021: Water’ की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व में जल की कमी की संकट से लोगों को आगाह किया है। साथ उन्होंने यह भी कहा है कि वॉटर मैनेजमेंट, पूर्वानुमान और सही वक़्त पर पानी की कमी बताने वाले तकनीक के बीच तालमेल बिगड़ गई है।
सयुंक्त राष्ट्रीय की रिपोर्ट के मद्दानुसार 2018 में लगभग साढ़े 3 अरब लोग ऐसे थे जिनके पास केवल 11 महीने का ही पानी उपयोग कर सकते थे। जिसका मतलब है कि 1 महीना लोगों को पानी से जूझना पड़ता। लेकिन 2050 आते आते ये आंकड़ा 5 अरब हो जाएगा यानी कि तब 5 अरब लोग पानी की कमी से जूझ रहे होंगे।
संयुक्त राष्ट्र की मौसम विज्ञान एजेंसी के महासचिव पेटेरी टालस ने जानकारी दी है कि जिस तरह से धरती का तापमान रफ्तार गति से बढ़ रहा है उसके कारण जलवायु परिवर्तित हो रहा है और साथ ही जल की उपस्थिति में भी उसका असर हो रहा है। इसका सीधा असर कृषि ऋतु और बारिश के पूर्वानुमान पर भी पड़ रहा है। साथ ही खाद्य सुरक्षा, मानव कल्याण पर भी पड़ सकता है।
पानी की कमी की बात तो पिछले दो दशक की तुलना में अभी तक जमीन के ऊपरी सतह में पानी की मात्रा में प्रतिवर्ष 1 सेंटीमीटर की दर से कमी आई है और पूरे दुनिया मे सूखे की घटनाएं में भी वृद्धि हुई हैं।
Reported by – Sakshi Sharma
Also Read – बॉलीवुड को बदनाम कर रही है BJP- नवाब मलिक