महाराष्ट्र के पुणे में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में पश्चिमी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात के मुख्यमंत्री, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के प्रशासक, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री, और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक की मुख्य बातें:सहकारिता और समावेशी विकास: श्री शाह ने ‘सहकार से समृद्धि’ के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आर्थिक सशक्तिकरण संभव है।
बैंकिंग सुविधा: प्रत्येक गाँव के 3 किलोमीटर के दायरे में बैंक शाखा या पोस्टल बैंकिंग की सुविधा सुनिश्चित करने का लक्ष्य तय किया गया।
पोषण और शिक्षा: बच्चों में कुपोषण, स्टंटिंग और स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करने के लिए सभी राज्यों से ठोस कदम उठाने की अपील की गई।
दलहन उत्पादन: दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए नए मोबाइल एप के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर किसानों की फसल की 100% खरीद की जाएगी।
विकास की दिशा में कदम: 2014 के बाद से क्षेत्रीय परिषदों की बैठकों की संख्या 140% और चर्चा किए गए मुद्दों की संख्या 170% बढ़ी है। परिषद ने भूमि हस्तांतरण, फास्ट ट्रैक अदालतें, आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली (ERSS-112), और रेलवे परियोजनाओं पर भी विचार-विमर्श किया।
सांस्कृतिक गौरव: श्री शाह ने पुणे को देश की सांस्कृतिक राजधानी बताते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज, पेशवाओं और लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के योगदान को याद किया। उन्होंने बैठक के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आभार व्यक्त किया।
यह बैठक पश्चिमी क्षेत्र के समग्र विकास और राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
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