पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। वहीं राज्य सरकार कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के साथ-साथ मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर भी चिंतित है। जनवरी के तीसरे हफ्ते में भी कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है। जिसके कारण महाराष्ट्र में लॉकडाउन की संभावना है।
पिछले चार दिनों में कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने की एक तस्वीर सामने आने के बाद मंत्रियों ने नए साल के पहले दिन लॉकडाउन का संकेत दिया। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि, ‘अगर लोग प्रतिबंधों का पालन नहीं करते हैं तो लॉकडाउन अनिवार्य है। अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक और मुंबई के पालक मंत्री असलम शेख ने भी इसी तरह के संकेत दिए हैं। तो नए साल की शुरुआत में ही लॉकडाउन के काले बादल छहाने लगे है।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि, ‘राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। चार दिवसीय सत्र में राज्य के 10 मंत्री और 20 विधायकों कोरोना संक्रमित हो गए। अजित पवार ने कहा है कि अगर राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो पाबंदियां बढ़ानी होंगी। मुख्यमंत्री ने टास्क फोर्स के साथ बैठक की। मरीजों की रोजाना की संख्या के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। अजीत पवार ने कहा कि अगर मरीजों की संख्या बढ़ रही तो नतीजतन कड़ा फैसले लेने होंगे।
मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि शादियों और समारोहों में भीड़ हो रही है। यदि सरकारी नियमों का पालन नहीं किया गया तो लॉकडाउन अनिवार्य है। जनवरी में तीसरी लहर की उम्मीद है। लोग अभी भी नियमों का पालन नहीं करते हैं। इसलिए तीसरी लहर आने की संभावना है। इस वजह से लॉकडाउन लागू करना होगा। लोग लॉकडाउन का भार नहीं उठा सकते। इसलिए नियमों का सख्ती से पालन करें।
मंत्री असलम शेख ने कहा कि मुंबई में मामले बढ़ रहे हैं। अगर यह संख्या बढ़ती है तो लॉकडाउन करना पड़ेगा। महाराष्ट्र में लोग बहुत घबरा जाते हैं और अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं। फिलहाल ऐसा नहीं है। हालांकि, अगर ऐसी स्थिति बनती है, तो लॉकडाउन करना होगी।
Reported By – Rajesh Soni
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