Zomato : मुंबई में शुरू किए Women Riding Centers, 10,000 महिलाओं को मिलेगी फ्री टू-व्हीलर ट्रेनिंग
महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, Zomato ने 10 मार्च को मुंबई में “Women Riding Centers” की शुरुआत की है। यह पहल बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के साथ मिलकर चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को टू-व्हीलर चलाने की ट्रेनिंग देकर उन्हें डिलीवरी पार्टनर और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर देना है। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ जेंडर बैरियर्स तोड़ने में मदद करेगी, ताकि वे समाज में अपनी एक मजबूत पहचान बना सकें।
मुलुंड में पहला सेंटर लॉन्च
इस खास पहल का पहला ट्रेनिंग सेंटर मुंबई के मुलुंड इलाके में शुरू किया गया, जिसका उद्घाटन BMC कमिश्नर डॉ. भूषण गगरानी (IAS) ने किया। उद्घाटन के दौरान उन्होंने मुंबई की टॉप परफॉर्मिंग महिला डिलीवरी पार्टनर्स को सम्मानित भी किया। Zomato के मुताबिक, यह सिर्फ एक शुरुआत है — कंपनी आने वाले महीनों में मुंबई और अहमदाबाद सहित कई शहरों में ऐसे Women Riding Centers खोलने की योजना बना रही है। (Zomato )
क्या-क्या मिलेगा ट्रेनिंग सेंटर में?
इन सेंटर्स में महिलाओं को सिर्फ टू-व्हीलर चलाने की ट्रेनिंग ही नहीं दी जाएगी, बल्कि डिलीवरी के दौरान नेविगेशन, स्मार्टफोन का सही इस्तेमाल, और ग्राहकों से बातचीत के लिए कम्युनिकेशन स्किल्स भी सिखाई जाएंगी। इस ट्रेनिंग के जरिए महिलाएं ना सिर्फ Zomato डिलीवरी पार्टनर बन सकेंगी, बल्कि उन्हें ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) के विकल्प समझने और सही वाहन चुनने में भी मदद दी जाएगी। Zomato, इस पहल के लिए स्थानीय और राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम करेगा, ताकि महिलाओं को हर स्तर पर सपोर्ट मिल सके।
महिलाओं के लिए बड़े मौके, 10,000 के लिए फ्री ट्रेनिंग का लक्ष्य
Zomato ने अपने Women Empowerment Program के तहत घोषणा की है कि वे 10,000 महिलाओं को फ्री टू-व्हीलर ट्रेनिंग देने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद, महिलाओं को Zomato-अफिलिएटेड कंपनियों में काम करने का मौका मिलेगा, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकेंगी। Zomato का मानना है कि महिलाओं की भागीदारी बढ़ने से न सिर्फ डिलीवरी सेक्टर में विविधता आएगी, बल्कि वे समाज में सशक्त रोल मॉडल्स बनकर उभरेंगी।
महिलाओं के लिए नया रास्ता, पुराने स्टीरियोटाइप्स को तोड़ने की कोशिश
यह पहल उन महिलाओं के लिए नई उम्मीद की किरण है, जो अब तक सुरक्षा या स्किल्स की कमी के कारण काम नहीं कर पाती थीं। टू-व्हीलर राइडिंग, डिजिटल स्किल्स, और कम्युनिकेशन ट्रेनिंग के साथ, ये महिलाएं आत्मविश्वास के साथ मुंबई की सड़कों पर राइड कर पाएंगी, खुद के और अपने परिवार के लिए एक स्थिर आय स्रोत बना सकेंगी। (Zomato )
भविष्य की योजना: और शहरों में होगा विस्तार
Zomato की योजना सिर्फ मुंबई तक सीमित नहीं है। कंपनी ने कहा है कि आने वाले समय में वे इस मॉडल को अहमदाबाद, पुणे, और दिल्ली जैसे अन्य बड़े शहरों में भी लागू करेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस पहल से जुड़ सकें।
महिला सशक्तिकरण की ओर बड़ा कदम
Zomato की यह पहल सिर्फ एक CSR इनिशिएटिव नहीं, बल्कि एक सोशल रेवोल्यूशन है। यह दिखाता है कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक व्यवहारिक बदलाव है। महिलाओं को नई स्किल्स, सेफ्टी और आत्मनिर्भरता की ताकत देकर Zomato एक इंक्लूसिव सोसाइटी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
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