Andheri पश्चिम के वर्सोवा में एक निजी स्कूल के मुद्दे पर बीजेपी विधायक भारती लावेकर और शिवसेना शिंदे गुट के सांसद गजानन कीर्तिकर आपस में भिड़ गए हैं. गजानन कीर्तिकर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र भी लिखा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि बीजेपी विधायक अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और 40 साल से चल रहे स्कूल पर कार्रवाई करने का दबाव बना रहे हैं.
स्थानीय भाजपा विधायक भारती लवकर ने आरोप लगाया कि Andheri पश्चिम में एक निजी स्कूल द्वारा नगर निगम से पट्टे पर ली गई जमीन पर बनाई गई इमारत ओसी नहीं थी और स्कूल 30 प्रतिशत बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान नहीं करता था। लेकिन इस मुद्दे पर शिवसेना शिंदे गुट के सांसद गजानन कीर्तिकर ने आक्रामक रुख अपनाते हुए निजी शिक्षण संस्थान का समर्थन किया है और वरिष्ठों से विधायक को समझाने की मांग की है. इसके चलते स्थानीय शिवसेना सांसद और बीजेपी विधायक आमने-सामने आ गए हैं और इसी के चलते बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट के बीच विवाद चरम पर पहुंच गया है.
Andheri पश्चिम में पिछले 40 वर्षों से एक निजी शिक्षण संस्थान मुंबई नगर निगम से 1 रुपये प्रति फुट के वार्षिक किराए पर जमीन किराए पर लेता आ रहा है। भाजपा विधायक भारती लवकर ने दावा किया कि संस्था द्वारा इस समय नगर निगम द्वारा निर्धारित नियम व शर्तों का उल्लंघन कर अनाधिकृत निर्माण किये जाने की जानकारी सामने आयी है. इस पर नगर निगम ने कार्रवाई भी की.
सांसद गजानन कीर्तिकर का कहना है कि विधायक भारती लवकर अपने पद का दुरुपयोग कर पुलिस अधिकारियों और नगर निगम कर्मचारियों को गलत जानकारी दे रही हैं और स्कूल पर कार्रवाई करने का दबाव बना रही हैं. सीडब्ल्यूसी स्कूल पिछले 40 वर्षों से चल रहा है और उस स्कूल में 4000 से अधिक छात्र पढ़ते हैं। लेकिन उस स्कूल के मालिक और विधायक भारती लवकर के बीच विवाद के कारण विधायक भारती लवकर विधायक की शक्ति का दुरुपयोग कर यह कार्रवाई कर रही हैं. विधायक भारतीय लवकर का सांसद गजानन कीर्तिकर ने कड़ा विरोध किया.
सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर नगर निगम कर्मचारियों और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.