Supreme Court: संभावना है कि पिछले कुछ सालों से भिगो रही मराठा आरक्षण की चादर हट जाएगी. राज्य सरकार ने मराठा आरक्षण पर अपना पक्ष सुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर की थी. यह याचिका कोर्ट में दायर की गई है. अब इसकी सुनवाई होगी. ऐसे में सबकी नजर इस बात पर टिक गई है कि सुप्रीम कोर्ट मराठा आरक्षण पर क्या फैसला सुनाएगा.
जहां एक तरफ मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जारांगे पाटिल आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट से मराठा आरक्षण पर बड़ी खबर आई है. मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र सरकार की ओर से दायर क्यूरेटिव याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. इसलिए मराठा आरक्षण पर सुनवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की तारीख भी दे दी है. तो मराठा आरक्षण का क्या होगा? इस बात पर सभी ने गौर किया है. तो अब मनोज जारांगे पाटिल क्या फैसला लेंगे, इस पर भी सबकी नजरें टिक गई हैं.
जहां एक तरफ मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जारांगे पाटिल आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट से मराठा आरक्षण पर बड़ी खबर आई है. मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र सरकार की ओर से दायर क्यूरेटिव याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. इसलिए मराठा आरक्षण पर सुनवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की तारीख भी दे दी है. तो मराठा आरक्षण का क्या होगा? इस बात पर सभी ने गौर किया है. तो अब मनोज जारांगे पाटिल क्या फैसला लेंगे, इस पर भी सबकी नजरें टिक गई हैं.(Supreme Court)
इसका मतलब यह है…
मराठा आरक्षण पर 24 जनवरी को एक बार फिर सुनवाई होगी. कोर्ट ने क्यूरेटिव पिटीशन खारिज नहीं की. यानी यह याचिका स्वीकार की जाती है. तो अब इस पर सुनवाई होगी. मराठा आरक्षण के याचिकाकर्ताओं में से एक विनोद पाटिल ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस सुनवाई में मराठा समुदाय को अधिकारों का आरक्षण मिलेगा.(Maratha reservation)
किसके सामने सुनवाई?
क्यूरेटिव पिटीशन पर 24 जनवरी को सुनवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय कौल, जस्टिस संजीव खन्ना और बीआर गवई के सामने सुनवाई होगी. तो सरकार क्या तर्क देगी? साथ ही क्या सुप्रीम कोर्ट पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को स्वीकार करेगा? इस बात पर सभी ने गौर किया है