हर साल मुंबई में मॉनसून के दौरान निचले इलाकों में जलभराव की समस्या देखने को मिलती है। जिसका मुख्य कारण होता है समय रहते नालों की सफाई का काम पूरा ना होना। इस बीच मुंबई में जलभराव की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सख्त रवैया अपनाया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को बीएमसी, MMRDA, MHADA, रेलवे आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को प्री मॉनसून की तैयारी में अभी से जुटने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निवास स्थान वर्ष पर हुई संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में CM ने आदेश देते हुए कहा कि, मुम्बई में नालों की सफाई, सड़कों से मलबे को हटाने और परियोजनाओं के अधूरा काम और समुद्री किनारों पर सुरक्षा व्यवस्था आदि कामों को युद्धस्तर पर करने की जरूरत है। आगामी 31मई तक सभी अधूरे कामों को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया दिया गया है।
मुंबई में बीएमसी से पहले नालों से कचरे की सफाई और सड़क से कचरा हटाने के लिए मनपा ने कुल 30 प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इसके जरिये दोनों कार्यों के लिए कुल 545 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बड़े नालों के लिए 71 करोड़ रुपये के कुल छह टेंडर स्वीकृत किये गए। छोटे नालों के लिए लगभग 91 करोड़ रुपये की सयुंक्त लागतवाली 17 निवेदाओं को मंजूरी दी गई है। बड़े और छोटे नालों से कचरा हटाने के लिए लगभग 162 करोड़ रुपयों के प्रस्तावों को प्रशासकों द्वारा मंजूरी दी गई है।
Reported By :- Rajesh Soni
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