Co-Operative Bank Scam : मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में हुए 122 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच के दौरान सामने आया है कि इस मामले में वांटेड पूर्व अध्यक्ष हिरेन भानु और उनकी पत्नी गौरी भानु ने 2019 से 2024 के बीच कई महंगी संपत्तियां खरीदी थीं।
EOW को संदेह है कि ये संपत्तियां घोटाले से जुड़े काले धन से खरीदी गई हो सकती हैं। इस मामले में EOW ने भारतीय दंड संहिता (BNSSS) की धारा 107 के तहत संपत्तियों की कुर्की, जब्ती या बहाली की योजना बनाई है। (Co-Operative Bank Scam )
जानकारी के मुताबिक, हिरेन भानु फिलहाल अबू धाबी में छिपा हुआ है और उसने भारतीय नागरिकता छोड़कर ब्रिटिश नागरिकता ले ली है। वहीं, गौरी भानु एफआईआर दर्ज होने के दो दिन पहले ही थाईलैंड भाग गई थी। दोनों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।
इस घोटाले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व CEO अभिमन्यु भोआन, SRA डेवलपर धर्मेश पौन और फरार आरोपी उन्नावन अरुणाचलम का बेटा मनोहर अरुणाचलम शामिल हैं।
इसके अलावा, एक अन्य मुख्य आरोपी हितेश मेहता का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि आगे की जांच में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं, जिससे इस घोटाले की परतें और खुल सकती हैं। (Co-Operative Bank Scam )
Also Read : CM FFadnavis : MPSC परीक्षाएं अब मराठी में भी होंगी आयोजित