महाराष्ट्र (Maharashtra) में 10 वीं कक्षा की परीक्षा (Exam) को लेकर असमंजस की स्थिति अब खत्म हो चुकी है। राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) ने स्पष्ट कर दिया है कि इस वर्ष 10 वीं की परीक्षा नहीं होंगी। बल्कि नौवीं कक्षा में मिले मार्क्स के आधार पर 10 वीं के नतीजों का मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन की प्रक्रिया के लिए राज्य सरकार ने 24 से ज्यादा शिक्षा संगठनों से चर्चा की है।
जिसके आधार पर यह तय किया जाएगा कि 10 वीं की परीक्षा 100 अंकों की होगी। जिसे विभिन्न कैटेगरी में बांटा गया है। और इसमें हासिल किए गए नंबरों के आधार पर स्टूडेंट्स के 10 वीं कक्षा का परिणाम तैयार किये जाएंगे।
वर्षा गायकवाड़ के अनुसार दसवीं कक्षा के परिणामों को सरकार के 8 अगस्त 2019 के निर्णय पर आधारित रखा जाएगा। हम आपको समझाते हैं किस तरह से बच्चों को नंबर दिए जाएंगे। छात्रों द्वारा दिए गए लिखित परीक्षा के आधार पर अधिकतम 30 नंबर दिए जाएंगे। छात्रों द्वारा गृह कार्य, मौखिक परीक्षा और क्लास में दिए गए जवाब के लिए अधिकतम 20 मार्क्स दिए जाएंगे।
इसके अलावा नौवीं कक्षा में हासिल किए गए अधिकतम 50 नंबर छात्रों को दिए जाएंगे। इस प्रकार 100 अंकों का विभाजन किया गया है। अब छात्रों का इन तीनों श्रेणियों में जैसा परफॉर्मेंस होगा, उसी के अनुसार उन्हें दसवीं में मार्क्स दिए जाएंगे।
Report by : Rajesh Soni
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