कोरोना (Corona) की जानलेवा दूसरी लहर ने हिंदुस्तान (Hindustan) में बेहद भयावह तरीके से दस्तक दी है। जिसके कारण मजबूरन सरकारों को राज्यों में लॉकडाउन और कड़ी पाबंदियां लागू करनी पड़ी है। बढ़ते कोरोना के मरीज और सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) जैसे कर्फ्यू (Curfew) का सीधा असर गरीब तबके और मिडिल क्लास (Class) के लोगों पर देखने को मिल रहा है। ऐसे ही एक मुम्बई (Mumbai) की सड़कों पर फूल (Flower) बेचने (Seller) वाली महिला का दर्द मेट्रो मुम्बई (Metro Mumbai) की टीम ने जाना है।
हमारी मेट्रो मुम्बई की रिपोर्टर (Reporter) स्वाति द्विवेदी और प्रीति विश्वकर्मा को फूल बेचने वाली इस महिला ने बताया कि, ‘वो रोजाना सुबह दादर फूल लेने जाती है। ट्रेन (Train) बंद होने के कारण उस महिला को फूल लेने के लिए बोरीवली (Borivali) से दादर (Dadar) जाना पड़ता है। वहीं फूल बेचकर यह महिला सिर्फ 150 रुपयों का धंधा कर पा रही है। इतने पैसों से इस महिला का घर भी ठीक से नहीं चल पा रहा है। इतनी सी कमाई में इस महिला को राशन (Ration) और घर के किराए का भी बंदोबस्त करना पड़ा था। वहीं लॉकडाउन के कारण इस महिला के पति का काम भी छीन चुका है।
इसी तरह के हालात ज्यादातर गरीब सड़क पर धंधा करने वाले लोगों के हैं। लॉकडाउन के कारण ऐसे गरीब लोगों के सामने लगभग भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अब यह लोग सरकार से इतनी सी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द से जल्द लॉकडाउन हटाया जाएं। ताकि इनका जीवन फिर से पटरी पर लौट सकें।
Report by : Rajesh Soni
Also read : मुंबई पार्किंग समस्या से मिल सकती हैं जल्द ही राहत