शिवसेना सांसद राहुल शेवाले मानहानि केस (Rahul Shewale Defamation Case) में शिवसेना ठाकरे समूह के प्रमुख उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राउत को जमानत मिल गई है. 15 हजार की जमानत दी गई है.
आज की सुनवाई में खुद उद्धव ठाकरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए. उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है और साफ किया है कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है. वहीं इस मामले में सह आरोपी संजय राउत खुद कोर्ट में पेश हुए. इसके बाद दोनों ने कोर्ट के समक्ष अपनी जमानत अर्जी पेश की. फिर 15,000 रुपये की जमानत दी गई। (Uddhav Thackeray)
अगली सुनवाई 14 सितंबर को होगी और उस वक्त भी इन दोनों को पेश होना होगा. उद्धव ठाकरे राज्य में एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और उनके स्वास्थ्य के कारण उन्हें शारीरिक उपस्थिति से छूट दी गई है। अगली सुनवाई में उद्धव ठाकरे भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल होंगे. (Uddhav Thackeray)
यही है राहुल शेवाले और संजय राउत के बीच विवाद का मुद्दा. सांसद राहुल शेवाले के शिंदे गुट के साथ जाने के बाद शिवसेना के मुखपत्र मैच में उनकी आलोचना की गई. समाना की ओर से आरोप लगाया गया कि राहुल शेवाले ने दुबई की कंस्ट्रक्शन कंपनियों में निवेश किया हुआ है. राहुल शेवाले ने उद्धव ठाकरे और संजय राउत के खिलाफ याचिका दायर कर कहा था कि इससे
29 दिसंबर 2022 को मुखपत्र सामना के हिंदी और मराठी संस्करण में प्रकाशित एक लेख में दावा किया गया कि राहुल शेवाले की दुबई के साथ-साथ पाकिस्तान के कराची में भी रियल एस्टेट में रुचि है। इस पर शेवाले ने वकील चित्रा सालुंखे के जरिए 3 जनवरी 2023 को नोटिस भेजा. इस लेख में दावों का स्रोत क्या है? यह पूछा गया. इस पर सामना ने जवाब दिया कि यह लेख इंटरनेट पर एक महिला के दावे और अन्य जानकारी के आधार पर लिखा गया था। (Uddhav Thackeray)
इस जवाब के बाद शेवाला ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज की और बॉम्बे हाई कोर्ट में 100 करोड़ रुपये का मानहानि का दावा भी दायर किया है. मजिस्ट्रेट अदालत ने ट्रॉम्बे पुलिस को आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 202 के तहत जांच करने का आदेश दिया। उधर, पुलिस ने शेवालों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए हैं। ‘सामना’ में छपे मूल लेख को शेवाले ने सबूत के तौर पर पेश किया है.