केंद्र की मोदी (Narendre Modi) सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के से बदलकर हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ज्ञानचंद के नाम पर रख दिया। अब इस फैसले को लेकर भी भाजपा और शिवसेना नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। इस विवाद पर भाजपा के तेज तर्रार विधायक राम कदम ने शिवसेना को आड़े हाथों लिया है।
राम कदम ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘हॉकी के बेहताज बादशाह ज्ञानचंद के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार का नाम रखा गया है। काफी समय के बाद भारत को हॉकी के क्षेत्र में बड़ा पुरस्कार मिला है। जिसका आनंद पूरे भारत को है। खेल रत्न का नाम ज्ञानचंद पर रखने से शिवसेना को एतराज है। जो आज के सामना पेपर में दिखाई दे रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि, ‘क्या ऐतराज है? काफी सालों बाद भारत को हॉकी में पुरस्कार मिला है। इसी वजह से केंद्र सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ज्ञानचंद के नाम पर रखा है। राजनीति करने के लिए कई मुद्दे हैं। पर शिवसेना को खेल को राजनीति से दूर रखना चाहिए। ये सिर्फ हमारी नहीं समस्त देशवासियों की अपेक्षा है। दो वर्ष पहले शिवसेना नेता पानी पी पीकर कांग्रेस नेताओं को कोसते थे। आज वाणी कैसे बदल गई? इसकी पूरी जानकारी महाराष्ट्र की जनता को है।
Report by : Rajesh Soni
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