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करियर कंपनी का प्रतिनिधि बनकर साइबर क्रिमिनल ने की धोखाधड़ी

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अंधेरी की निवासी एक महिला को मायके में आम का डिब्बा भेजना महंगा पड़ गया। इस पीड़ित महिला का नाम नयना है। वह महिला अंधेरी के जेबी नगर निवासी हैं। नयना को दरअसल मायके में करीब 5 किलोग्राम आम भेजने थे। लॉकडाउन की कारण नयना बाहर नहीं निकल सकती थीं।

इसी कारण उन्होंने गूगल की मदद से एक कुरियर कंपनी का नंबर निकाला एवं आम भेजने के लिए कॉल किया था। अज्ञात व्यक्ति ने इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा। नयना ने उस पर विश्वास कर लिया और उस अज्ञात व्यक्ति के द्वारा भेजे गए लिंक पर जाकर न सिर्फ रजिस्ट्रेशन किया, बल्कि उसके कहने पर 10 रुपये ट्रांसफर भी कर दिए थे।

इस वक्त नयना ने इस लिंक पर अपना डेबिट कार्ड नंबर डाल दिया था। लेकिन उनके पिन नंबर मांगने पर वह नहीं डाला। लेकिन सामने वाला इतना होसियार था, उसने नयना को कॉल कर पिन नंबर डालने को कहा। जैसे ही नयना ने पिन नंबर डाला उसके तुरंत उसके बैंक खाते से 4 हजार रुपये काट लिए गए।

जब नयना ने उस अज्ञात प्रतिनिधि से बात की, तो उसने यह कहकर फोन काट दिया कि उससे भूल में यह काम हुआ है। आगे से यह नहीं होगा तथा 4 हजार रुपये कुछ वक्त में उन्हें वापस मिल जाएंगे। इससे पहले कि नयना उस अज्ञात व्यक्ति के मकसद को समझ पाती, उसके पहले ही उसके बैंक से किस्तों में जल्दी-जल्दी 1 लाख, 7 हजार रुपये निकाल जा चुके थे। इसके बाद जब नयना ने आरोपी से संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन बंद आने लगा।

मुंबई पुलिस के साइबर सेल की डीसीपी डॉ. रश्मि करंदीकर लोगों को गूगल तथा और भी सर्च इंजनों पर हेल्पलाइन नंबर तलाशते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहती हैं। वे बताती हैं कि इन सर्च इंजनों पर आधिकारिक कंपनियों के आधिकारिक वेबसाइट होते हैं। जिससे मिलता-जुलता वेबसाइट साइबर आरोपी बनाकर अपलोड कर दिया करते हैं।

भोले-भाले लोग इन्हीं वेबसाइट को आधिकारिक वेबसाइट मान बैठते हैं, एवं किसी चीज की खरीद-बिक्री, बुकिंग और शॉपिंग करने के दरमियान ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार बन जाते हैं। इसलिए गूगल और अन्य सर्च इंजन का उपयोग करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।

Report by : Aarti Verma

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