त्योहार के दिनों में खाद्य तेल का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है।लगातार बढ़ती महंगाई ने आम आदमी का बजट बिगाड़ कर रख दिया था लेकिन अब केंद्र सरकार ने आम आदमी को राहत देने के लिए पाम और सूरजमुखी के तेल पर लगने वाले कृषि उपकर और कस्टम ड्यूटी में कमी की है।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने अधिसूचना में कहा है कि टैरिफ में कमी 14 अक्टूबर से प्रभावी होगी और 31 मार्च, 2022 तक प्रभावी रहेगी। केंद्र सरकार के इस फैसले से निश्चित तौर पर आम आदमी को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। सरकार के निर्णय के अनुसार, कच्चे पाम तेल पर टैरिफ घटाकर 8.25% (24.75% से पहले), RBD पामोलिन से 19.25 (35.75 से पहले), RBD पाम तेल पर 19.25 (35.75 से पहले), कच्चे सोयाबीन तेल पर 5.5 कर दिया गया है। (24.75 से पहले)।
आपको बतादे की तेलों के दामों में कमी लाने के लिए केंद्रीय सरकार ने राष्ट्रय खाद्य तेल मिशन की घोषणा की थी वही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी खाद्य तेलों के दामों को नियंत्रित रखने के लिए कई दिनों से प्रयास कर रहे थे। वही उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चर्चा की थी। खाद्य तेलों के दामों में 15 रुपये तक की कटौती की संभावना जताई जा रही है।
Reported By – Rajesh Soni
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