कल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य में जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा मिलने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया था। राज्य के इस बयान पर नवाब मलिक (Nawab Malik) ने पलटवार किया है। राकांपा शाहू-फुले-आंबेडकर की विचारधारा को मानने वाली पार्टी है। हम उनकी नीति के अनुसार राजनीति करते हैं। हालाँकि, राज ठाकरे को शायद यह नहीं पता होगा या उन्हें जाति व्यवस्था का इतिहास नहीं पता होगा, इसलिए वह इस तरह के बयान दे रहे हैं।
कल राज ठाकरे ने मराठी मीडिया के एक प्रतिष्ठित चैनल को दिए इंटरव्यू में एनसीपी पर गंभीर आरोप लगाए थे। राज से पूछा गया कि क्या हिंदुत्व की राजनीति को कमजोर करने के लिए महाराष्ट्र में जाति की राजनीति शुरू हो गई है। इसका जवाब देते हुए राज ने आरोप लगाया था कि राकांपा के गठन के बाद ही महाराष्ट्र में जाति अस्मिता का मुद्दा बड़ा हो गया। राज के इसी बयान पर एनसीपी ने पलटवार किया। राज को जवाब एनसीपी नेता नवाब मलिक ने दिया।
मलिक ने कहा, ‘इस देश में मनुवादी व्यवस्था के कारण जाति व्यवस्था का निर्माण हुआ और इसके तहत जाति व्यवस्था की स्थापना हुई। हालांकि, राज ठाकरे को यह पता नहीं होगा कि, जिसके कारण कई वर्षों तक जाति के आधार पर लोगों के साथ अन्याय हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि, ‘छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा फुले, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने जाति व्यवस्था को नष्ट करने का काम किया। उन्होंने यह भी पता नहीं होगा। इसी अज्ञानता की वजह से राज ठाकरे ने ऐसा बयान दिया होगा।
Report by : Rajesh Soni
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