पश्चिम रेलवे में लोकल ट्रेनों (Local Train) की स्पीड में बढ़ावा होने वाला है। कारण हाल ही में रेलवे के द्वारा स्पीड को बाधित करने वाली संरचनाओं को सुधारा गया है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल के द्वारा लक्षित तरीके से परिचालन बाधाओं को दूर करने पर दबाव दिया जा रहा है।
कंसल आधारभूत संरचना के अपग्रेडेशन की परियोजनाओं की मॉनिटरिंग करने के साथ ही मंडलों को इसी प्रकार के काम को तेजी पूर्वक करने पर जोर दे रहे हैं।
ठाकुर ने बताया है कि माहिम में तीन स्टेबलिंग लाइनों के बनाने से तीन 12 डिब्बा ईएमयू रेक को स्टेबल किया जा सकता है। स्टैब्लिंग लाइन का मतलब है कि लोकल ट्रेनों को पार्क करने की जगह। ये बांद्रा की ओर जाने वाली ईएमयू सेवाओं को स्टेबलिंग लाइन से निकालने एवं स्टेबलिंग लाइन में वापस लाने में साहायता होगी।
स्थायी गति प्रतिबंधों में छूट से माहिम के दक्षिण दिशा में डाउन हार्बर लाइन पर ट्रेनों की स्पीड 35 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 50 किलोमीटर प्रति घंटा हुई है। जबकि माहिम के उत्तरी यार्ड में अप हार्बर लाइन पर स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। इससे ट्रेनों का समय प्रति ट्रेन 2 मिनट तक बढ़ गई है।
पश्चिम रेलवे ने कांदिवली स्टेशन पर लीफ गेट नंबर 31 की इंटरलॉकिंग ट्रेनों की सुरक्षित एवं सुचारू आवाजाही को सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम और बढ़ाया है। इससे कांदिवली कार-शेड में वेहिकल मूवमेंट के लिए सुरक्षित गलियारा मिलेंगे साथ ही एसटीए लाइन पर ट्रेन परिचालन को सुरक्षित बनाएंगे।
Report by : Aarti Verma
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