महाराष्ट्र (Maharashtra) के अकोला जिले से एक व्यक्ति का सामाजिक वहिष्कार करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हालांकि सामाजिक वहिष्कार करने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। दरअसल, अकोला जिले में एक पुलिस (Police) पाटिल द्वारा गांव में एक सभागार के निर्माण का विरोध करने के बाद उत्तक व्यक्ति और उसके रिश्तेदारों का कथित तौरपर पर सामाजिक वहिष्कार कर दिया गया। हालांकि सामाजिक वहिष्कार करने वाले लोगों को ऐसा करना बहुत महंगा पड़ा और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन सभी 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस बारे में सोमवार को एक अधिकारी ने जानकारी दी।
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि, ‘घटना यहां से लगभग 580 किलोमीटर दूर चन्नी पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत सोनुना गांव में हुई।
चन्नी पुलिस पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि, ‘पुलिस पाटिल (पुलिस के साथ ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाला व्यक्ति) रमेश कदम और उसके रिश्तेदार पिछले 35 वर्षों से सोनुना गांव में रह रहे हैं। उन्होंने मंदिर के बगल में बन रहे सभागार पर विरोध जताया। जिसके बाद गांव के 12 लोगों ने कदम और उसके रिश्तेदारों से किसी प्रकार का रिश्ता और अपनी दुकानों से सामना ना बेचने का तुगलकी फरमान सुनाया।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर कानून के तहत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। लेकिन इस घटना के संबंध में अब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
Report by : Rajesh Soni
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