महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजधानी मुम्बई (Mumbai) में कोरोना (Corona) वायरस की जानलेवा दूसरी लहर ने तांडव मचाया था। कोरोना (Corona) संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने राज्य भर में 1 जून तक लॉकडाउन (Lockdown) लगा रखा है। वहीं कड़े प्रतिबंधों के दौरान आम मुम्बईकर के लोकल ट्रेन (Local Train) में प्रवेश पर राज्य सरकर ने बैन लगा दिया है। इसके साथ-साथ ही सरकार ने बेस्ट बसों को भी सिर्फ 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलाने का फैसला लिया है।
जिसके कारण बेस्ट बसों में एक बार में महज 30 से 35 यात्रियों को सफर करने की अनुमति मिलती है। वहीं पहले से लोकल में अनुमति और बेस्ट बसों में जगह नहीं मिलने से मुम्बईकर बहुत ज्यादा परेशान है। आज मुम्बईकरों की इसी समस्या को मेट्रो मुम्बई ने उठाने का फैसला लिया है।
मेट्रो मुम्बई की रिपोर्टर स्वाति और प्रीति ने कांदिवली पूर्व के कई बस स्टॉपों पर बेस्ट बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों से उनका दर्द जाना। इस दौरान एक यात्री ने बताया कि, ‘लोकल ट्रेन पहले से ही बंद है और बेस्ट बसों में 50 प्रतिशत क्षमता से यात्रा करने की अनुमति के कारण हमें बसों में बैठने नहीं मिलता है। वहीं हमारे समय और पैसे दोनों की बर्बादी हो रही है।
वहीं आज ही उद्धव सरकार ने कड़े प्रतिबंधों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का इशारा दिया है। जिसके तहत चौथे चरण में सरकार मुम्बई की लाइफ लाइन लोकल ट्रेन को फिर से आम मुम्बईकर के लिए शुरू कर सकती है। अब देखने वाली बात होगी कि राज्य सरकार आम गरीब मुम्बईकर की तकलीफ को दूर करने के लिए क्या कदम उठाती है? क्योंकि उसके पास ना तो खुदका प्राइवेट वाहन है और ना ही पर्सनल गाड़ी बुक कर सफर करने के लिए इतने ज्यादा पैसे।
Report by : Rajesh Soni
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