महाराष्ट्र सरकार ने ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए उत्तर प्रदेश के आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह स्मारक शिवाजी महाराज के वीरता, प्रशासनिक कुशलता और उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से बनाया जाएगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास आगरा से भी जुड़ा हुआ है। वर्ष 1666 में, जब वे मुगल सम्राट औरंगजेब से मिलने आगरा गए थे, तब उन्हें बंदी बना लिया गया था। हालांकि, अपनी चतुराई और बहादुरी के कारण वे इस कैद से निकलने में सफल रहे। यह घटना शिवाजी महाराज के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक मानी जाती है। इसलिए, महाराष्ट्र सरकार ने आगरा में उनका भव्य स्मारक स्थापित करने की योजना बनाई है।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि स्मारक के लिए उचित भूमि का चयन किया जा रहा है और उत्तर प्रदेश सरकार से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया भी चल रही है। इस स्मारक का उद्देश्य न केवल शिवाजी महाराज के साहसिक जीवन को यादगार बनाना है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को उनके आदर्शों से प्रेरित करने में भी मदद करेगा।
इस परियोजना के तहत, स्मारक में एक संग्रहालय, प्रदर्शनी हॉल, और शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाने वाली गैलरी भी बनाई जाएगी। महाराष्ट्र सरकार इस परियोजना को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मान रही है और इसके निर्माण के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी।
इस घोषणा के बाद, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लोगों में इस स्मारक को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। शिवाजी महाराज के अनुयायियों और इतिहास प्रेमियों को उम्मीद है कि यह स्मारक उनकी वीरता और कुशल शासन प्रबंधन की एक अद्वितीय मिसाल बनेगा।
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