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उद्धव ठाकरे के बैग की तलाशी का वीडियो, क्या शिंदे-फडणवीस के बैग की हुई जांच?

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Uddhav Thackeray : महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बैग की तलाशी लेने का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक हलकों में विवाद खड़ा हो गया है। यह घटना यवतमाल जिले के वणी इलाके के हेलीपैड पर हुई, जहां ठाकरे एक बैठक के लिए पहुंचे थे। चुनाव अधिकारियों ने ठाकरे के बैग की जांच की, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस घटनाक्रम ने न केवल शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं को नाराज किया, बल्कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नया सिलसिला भी शुरू कर दिया है।

वीडियो में देखा गया कि चुनाव अधिकारी ठाकरे के बैग की जांच कर रहे थे, और ठाकरे स्वयं इस पर असहमति जताते हुए अधिकारियों से सवाल पूछते दिखे। उन्होंने पूछा, “क्या आपने नरेंद्र मोदी, एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़नवीस के बैग की भी जांच की?” ठाकरे ने बैग की तलाशी लेने वाले अधिकारियों से यह भी पूछा कि उनके बैग की जांच करने वाला अधिकारी किस गांव से है और उसका नाम क्या है। ठाकरे के इस गुस्से को देखकर यह स्पष्ट था कि उन्हें इस तलाशी पर आपत्ति थी, और उनका मानना था कि केवल उनकी जांच की गई जबकि अन्य बड़े नेताओं की तलाशी नहीं ली गई। (Uddhav Thackeray)

शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने इस घटना को चुनावी दबाव और राजनीतिक द्वेष से जोड़ते हुए आरोप लगाया कि उनके नेता के खिलाफ जानबूझकर अपमानजनक कार्रवाई की गई। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या इसी प्रकार की जांच अन्य प्रमुख नेताओं के साथ भी की गई, जो चुनावी प्रचार में सक्रिय हैं, जैसे कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस।

इस घटना के बाद, माविया (शिवसेना शिंदे गुट) के नेताओं ने आलोचना की और कहा कि चुनाव अधिकारियों का यह कदम राजनीतिक दुर्भावना का प्रतीक है। उनका आरोप था कि सत्ता में बैठे लोग विपक्षी नेताओं को नीचा दिखाने के लिए ऐसे कदम उठा रहे हैं। हालांकि, चुनाव अधिकारियों ने इस मामले पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं की, लेकिन यह मुद्दा चुनावी माहौल में गर्माहट का कारण बन गया है। (Uddhav Thackeray)

उद्धव ठाकरे का यह सवाल, “क्या आपने शिंदे और फड़नवीस के बैग की जांच की?” चुनावी ध्रुवीकरण और राजनीतिक निष्पक्षता के मुद्दे को और भी उभारता है, क्योंकि ऐसी घटनाएं चुनाव प्रक्रिया के प्रति लोगों के विश्वास को प्रभावित कर सकती हैं।

 

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