महाराष्ट्र (Maharashtra) में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस (Corona) ने राज्य सरकार के पसीने छुड़ा दिए है। उद्धव सरकार ने कोरोना (Corona) की स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए 1 मई तक राज्यभर में लॉकडाउन जैसा कर्फ्यू (Curfew) लगाया है। पर कड़े प्रतिबंधों के बावजूद कोरोना मामलों में कमी नहीं आ रही है। इसी बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने कोरोना (Corona) को फैलने से रोकने लिए बाहर से आने वाले कई राज्यों के लोगों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है।
महाराष्ट्र सरकार के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, कोरोना से प्रभावित छह राज्यों से राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों को अब आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। इन राज्यों में केरल, गोवा, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, गुजरात और उत्तराखंड शामिल है। इन राज्यों से ट्रेन में से आने वाले यात्रियों को यात्रा शुरू होने आए 48 घंटे पहले के अंदर जारी हुई आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना जरूरी है।
बताते चलें देश में कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा हालात महाराष्ट्र की खराब है। वहीं महाराष्ट्र सरकार द्वारा कोरोना की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लगाए गया लॉकडाउन जैसा कर्फ्यू भी बेअसर नजर आ रहा है। कड़े प्रतिबंध होने के बावजूद महाराष्ट्र में कोरोना के मामले घटने के बदले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र में कोरोना के 68 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। जबकि 503 लोगों की इस जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से मौत भी हुई है। वहीं कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण महाराष्ट्र में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर भी चरमराते हुए नजर आ रहा है।
राज्य के कई सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन, बेड और रेमड़ेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं। आज ही महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के एक सरकारी अस्पताल में बेड ना मिलने से एक कोरोना मरीज ने दम तोड़ दिया।
Report By : Rajesh Soni