सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) द्वारा मराठा आरक्षण को रद्द करने के बाद से महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति उफान पर है। पक्ष-विपक्ष दोनों एक दूसरे पर इसकी नाकामी का ठीकरा फोड़ रहा है। इसी बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा मराठा आरक्षण रद्द करने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। फड़णवीस ने सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में याचिका दायर करने वाले को ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) द्वारा प्रायोजित बताया है।
फड़णवीस ने राकांपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘मराठा आरक्षण के विरोध में याचिका दायर करने वाला व्यक्ति एनसीपी स्पांसर है। वहीं एनसीपी नेता नवाब मलिक पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक को झूठ बोलने का रोग लगा है। जब से उनके घर वालों के खिलाफ एनसीबी ने कार्यवाही की है, तब से उनको केंद्र पर बेवजह बोलने की आदत हो गई है।
दरअसल, नवाब मलिक ने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि, ‘विपक्ष हम पर आरोप लगा रहा है कि हमने सही पक्ष नहीं रखा। लेकिन वकील और एक्सपर्ट्स वही थे, जो पहले थे। गायकवाड़ कमीशन ने जो रिपोर्ट दी उसी पर काम हुआ, उसका गठन भाजपा सरकार द्वारा ही किया गया था।
आज सुबह महाराष्ट्र सरकार की ओर से दिए गए मराठा आरक्षण को सर्वोच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने आरक्षण पर सुनवाई करते हुए कहा कि इसकी सीमा को 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ाया नहीं जा सकता है। वहीं सर्वोच्च न्यायालय ने शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में मराठा आरक्षण को असंवैधानिक करार दिया है। कोर्ट के निर्णय के अनुसार, अब किसी भी नए व्यक्ति को मराठा आरक्षण के आधार पर कोई नौकरी या कॉलेज में सीट नहीं दी जा सकेगी।
Report by : Rajesh Soni
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