मुम्बई (Mumbai) में कोरोना वायरस (Corona) से स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। आलम यह है कि अस्पतालों में कोरोना (Corona) मरीजों को बेड और ऑक्सीजन जैसी इलाज में जरूरी चीजें नहीं मिल पा रही है। इसी भयावह परिस्थिति को देखते हुए जैन समाज के लोग मदद हेतु आगे आए हैं। उन्होंने अपने पांच मंजिला मंदिर को कोविड (Corona) अस्पताल में तब्दील करने का मानवता हितैषी फैसला लिया है। तैयार किये जाने वाले इस 100 बेड वाले कोविड केअर सेंटर में मरीजों को बेहद मामूली दर पर ऑक्सीजन बेड और खाने की सुविधाएं मिल पाएंगी।
मुम्बई के कांदिवली क्षेत्र स्थित पावनधाम जैन मंदिर को 100 बेड के कोरोना (Corona) अस्पताल में बदला जा रहा है। इस पर मंदिर प्रशासन का कहना है कि, ‘मुम्बई में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी महसूस की जा रही है। वहीं अस्पतालों में बेड ना मिलने से कोरोना मरीजों की मौत हो रही है। वर्तमान में मरीजों को कोरोना मरीजों को निजी और सरकारी अस्पतालों में बेड नहीं मिल रही है। ऐसी परिस्थितियों को ही देखते हुए जैन मंदिर को कोविड अस्पतालों में तब्दील करने का फैसला लिया गया है।
मंदिर प्रबंधन के सदस्य प्रदीप मेहता ने कहा कि ‘सेवा और दान जीवन की सबसे अहम चीज है। हमारे जैन मंदिर में लाइब्रेरी, मेडिटेशन रूम और किचन जैसी सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। ये मंदिर 5 मंजिला हैं और अभी तक यहां धार्मिक गतिविधियां होती थी। लेकिन ऐसे मुश्किल वक़्त में हमने मंदिर को अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने आगे कहा कि, ‘ यहां कोरोना मरीजों को बेहद कम दाम पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो पाएंगी। महज 3 हजार रुपये प्रतिदिन में कोरोना मरीज को ऑक्सीजन बेड मिल पायेगा। वहीं इसी तीन हजार रुपए में कोरोना मरीज को खाना, दवाइयां और डॉक्टर की फीस शामिल है। उन्होंने एक महत्वपूर्ण बताई कि, यहां कोरोना मरीजों को सकारात्मक वातावरण मिलेगा, जिसके कारण मरीजों को जल्द ठीक होने में मदद मिलेगी।
Report by : Rajesh Soni
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