महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Corona) के लगातार बढ़ते मामले के मद्देनजर उद्धव सरकार ने राज्य भर में 1 मई तक बेहद सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं। नए दिशानिर्देश के मुताबिक गुरुवार से मुम्बई (Mumbai) की लाइफ लाइन मानी जानी वाली लोकल ट्रेन (Local Train) में आम आदमी के प्रवेश को वर्जित कर दिया गया है। अब 1 मई तक मुम्बई (Mumbai) लोकल में सिर्फ और सिर्फ सरकारी विभागों और मेडिकल सर्विस से जुड़े लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी । अब आम आदमी सिर्फ वैलिड मेडिकल रीजन होने पर ही लोकल में यात्रा कर सकता है।
हालांकि सरकार के इस नए दिशानिर्देश के बावजूद आम मुम्बई कर लोकल ट्रेन में यात्रा करने के लिए नियम कानूनों को तोड़ने के लिए तैयार है । आज ऐसा ही कुछ नजारा हमारी मेट्रो मुम्बई (Mumbai) की वरिष्ठ रिपोर्टर गीता यादव ने वेस्टर्न रेल्वे के सबसे बिजी रेल्वे स्टेशनों में से एक नालासोपारा और विरार के बाहर लोगों की भीड़ को अपने मोबाइल कैमेरे में रिकॉर्ड किया है। इन रेलवे स्टेशनों के बाहर लोगों की भीड़ कानून को ताक पर रख कर लोकल में यात्रा करना चाहती थी। पर इन रेल्वे स्टेशनों के बाहर रेल्वे और स्थानीय पुलिस ने आम आदमी को लोकल ट्रेन में प्रवेश करने से रोकने के लिए सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम कर रखे थे । जिसके कारण आम मुम्बईकरों को लोकल में यात्रा करने से रोक दिया गया ।
स्टेशनो पर तैनात सुरक्षा कर्मी किसी भी यात्री को वाजिब पहचान पत्र के बिना प्रवेश नहीं करने दे रहे है । इसी चैकिंग प्रकिया के चलते नालासोपारा और विरार स्टेशन के बाहर यात्रियों की लंबी लंबी कतारें देखी गई । वहीं इस दौरान कुछ यात्री लोकल में सफर करने की अनुमति न मिलने से नाराज नजर आएं और पुलिस वालों से बहस करने लगें।
सरकार की नई गाइडलाइन के बाद रेलवे पुलिस ने भी आम आदमी के लोकल ट्रेन में प्रवेश को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाने का काम गुरुवार रात से शुरु कर दिया था ।
Report by : Geeta Yadav
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