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अनलॉक को लेकर मुम्बई के साथ नाइंसाफी

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महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना (Corona) की जानलेवा दूसरी लहर को काबू करने के लिए लॉकडाउन लगाया था। हालांकि अब राज्य सरकार ने पांच स्तरीय योजना लागू कर राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस पाँच स्तरीय योजना के तहत महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई को लेवल 3 में रखा गया। पर पॉसिटिवटी रेट और ऑक्सीजन बेड्स की उपलब्धता की स्थिति को देखा जाए तो, मुम्बई लेवल 1 में आनी चाहिए और शहर को लेवल 1 के मुताबिक लॉकडाउन में सम्पूर्ण छूट मिलनी चाहिए।

आपको मालूम हो कि लेवल 1 के जिलों में पॉसिटिवटी रेट 5 और ऑक्सीजन बेड्स पर 25 परसेंट से कम मरीज होने चाहिए। वहीं लेवल 3 के जिलों में 5 से 10 परसेंट के बीच पॉसिटिवटी रेट और ऑक्सीजन बेड्स पर 40 प्रतिशत से ज्यादा मरीज होने चाहिए। वर्तमान में मुम्बई की पॉसिटिवटी रेट 3.79 परसेंट है। वहीं 23.5 प्रतिशत मरीज ऑक्सीजन बेड्स पर हैं। अब आप समझ गए होंगे कि मुम्बई पांच स्तरीय योजना के तहत लेवल 1 में आती है। फिर भी मुम्बई में लेवल 3 की पाबंदियां लागू हैं।

अब आप सोच रहे होंगे कि क्यों बीएमसी मुम्बई को लेवल 1 के अनुसार लॉकडाउन में राहत नहीं दे रही है। आइये हम आपको बीएमसी की मजबूरियों के बारे में विस्तार में बताते हैं।

कोरोना की तीसरी लहर:

कोरोना की दूसरी के बाद अब पूरे देश पर कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। तीसरे लहर के खतरे को देखते हुए प्रशासन इस बार कोई लापरवाही नहीं करना चाहती है।

जनता और प्रशासन की लापरवाही:

पिछले साल मुम्बई में अनलॉक के बाद प्रशासन और जनता दोनों बेफिक्र हो गए थे। जिसके कारण कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे और कोरोना की जानलेवा दूसरी लहर ने मुम्बई में तांडव मचाया था।

मुम्बई लोकल में अनियंत्रित भीड़:

अगर बीएमसी मुम्बई शहर को लेवल 1 के मुताबिक छूट देती है तो, मुंबई में मॉल, सिनेमा घर, नाट्यगृह और लोकल ट्रेन इत्यादि सबकुछ को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की इजाजत देनी होगी। और इस समय मुम्बई लोकल को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू करना मतलब कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण देने जैसा होगा? क्योंकि एक्सपर्ट्स ने पिछले साल मुम्बई में कोरोना के मामले के बढ़ने के लिए लोकल ट्रेन की बेहताशा भीड़ को जिम्मेदार ठहराया था। इसी वजह से लोकल में अभी भी अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को यात्रा करने की अनुमति है।

आबादी का घनत्व:
मुम्बई में महाराष्ट्र के अन्य जिलों की तुलना में बेहद कम एरिया में बहुत ज्यादा आबादी रहती है। यह भी एक कारण है कि कोरोना की तीसरी लहर में तेजी से मामले बढ़ने की संभावना है।

अनलॉक में फिर बढ़ने लगे मामले:
वहीं 1 जून से मुम्बई में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। और पॉसिटिवटी रेट में भी लगातार इजाफा हो रहा है।

लेवल 3 से नाराज व्यापारी:
इसके अलावा अब मुम्बई को लेवल 1 की जगह लेवल 3 में रखने से व्यापारी भी नाराज नजर आ रहे हैं। इसको लेकर मुम्बई के रिटेलर और ट्रेडर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन शाह ने इसको लेकर नाराजगी जताई है।

वहीं बीएमसी ने साफ कर दिया है कि जब तक मुम्बई की पॉसिटिवटी रेट 1 परसेंट तक नहीं पहुंच जाती। तब तक मुम्बई को पूरी तरह अनलॉक नहीं किया जा सकता। क्योंकि मुम्बई में अभी भी रोजाना 700 के करीब कोरोना के मामले दर्ज किए जा रहे हैं।

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