मुम्बई (Mumbai) से सटे नवी मुम्बई में गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। लेकिन इसकी नवी मुम्बईवासियों को गैस की बढ़ती कीमतों की फिक्र नहीं है। क्योंकि उन्हें मुफ्त गैस मिल रहा है।नवी मुंबई (Navi Mumbai) नगर निगम द्वारा चिंचपाड़ा में बायोगैस संयंत्र की स्थापना से यहां के निवासियों को मुफ्त घरेलू गैस मिलने लगी है। दूसरी ओर बायोगैस से स्ट्रीट लाइट भी जलाई जा रही है। निगम ने राज्य में मल और गीले कचरे से बायोगैस बनाने की पहली परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में राज्य में प्रथम और देश में तीसरे स्थान पर आने वाला नवी मुंबई नगर निगम विभिन्न प्रयोग करने में सक्षम है। मनपा ने पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाओं को लागू करके देश में अपना नाम बनाया है। इसी प्रकृति का एक और सफल प्रोजेक्ट ऐरोली के स्लम एरिया में निगम द्वारा लगाया गया है।
मल और गीले कचरे से बायोगैस का उत्पादन शुरू कर दिया गया है। चिंचपाड़ा स्लम एरिया से मलमूत्र और ऐरोली क्षेत्र के होटलों से गीला कचरा मिलाकर बायोगैस उत्पादन शुरू किया गया है। लोगों में खुशी का माहौल है क्योंकि उत्पादित बायोगैस को मलिन बस्तियों में नि:शुल्क वितरित किया जा रहा है। बायोगैस गैस प्लांट के कारण लोगों का सिलेंडर का खर्च बच रहा है। जिसके कारण उनकी प्रति माह 1,000 से 1,500 रुपयों की बचत हो रही है।
बायोगैस परियोजना की स्थापना सांसद राजन विचारे के फंड और निजी कंपनियों से प्राप्त सीएसआर निधि से की गई है। रोजाना 5 टन कचरे से बायोगैस और 300 यूनिट बिजली पैदा हो रही है। इससे चिचमपाड़ा की झुग्गी बस्तियों के घरों में मुफ्त गैस कनेक्शन मुहैया कराया जा रहा है। और स्ट्रीट लाइटें भी जलाई जा रही हैं।
यदि गीले कचरे की अधिकतम उपलब्धता हो जाती है तो आने वाले महीनों में लगभग 25,000 परिवारों को मुफ्त (Free) घरेलू गैस कनेक्शन प्रदान किया जाएगा। स्थानीय पार्षद विजय चौगुले ने मांग की है कि नगर निगम प्रशासन से एकत्र किया गया सारा गीला कचरा परियोजना के लिए दिया जाए.
Reported By – Rajesh Soni
Also Read – सिद्धार्थ शुक्ला की एक्स गर्लफ्रेंड रश्मि ने लिखा ”दिल टूट गया”