एशिया की सबसे बड़ी महानगर पालिका यानी बीएमसी (BMC) के पास 82 हजार करोड़ रुपये जमा हैं। लेकिन ये जमा केवल आभासी हैं। वहीं प्रत्यक्ष रूप से बीएमसी के खजाने में रुपया भर-भरकर रखा हुआ है। यह दावा कांग्रेस नेता रवि राजा ने किया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुंबईकरों की नागरिक कार्यों की फाइलें धन की कमी के कारण लंबित पड़ी है। अगस्त 2021 के आंकड़ों के अनुसार मुंबई नगर निगम की जमा राशि 82,410 करोड़ रुपये बताई गई है।
रवि राजा ने आगे कहा कि, ‘इस साल 9 हजार करोड़ रुपये जमा किए गए। लेकिन बीएमसी ने इस साल अन्य कार्यों के लिए 5 हजार करोड़ रुपये का उपयोग किया। इस वर्ष वास्तव में केवल 3,000 करोड़ रुपये ही जमा किए गए थे। इसलिए इस साल बीएमसी की जमा राशि नहीं बढ़ाई गई है।
बीएमसी अब 82 हजार करोड़ रुपये जमा होने का दावा कर रही है। लेकिन वास्तव में इस जमा राशि में से 50 हजार करोड़ रुपये कर्मचारियों की निधि और बड़ी परियोजनाओं के लिए हैं। इसलिए मनपा द्वारा केवल 30 हजार करोड़ रुपयों का ही उपयोग किया जा सकता है।
बीएमसी ने इस साल कोरोना काल में जमा राशि से 5,000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया, लेकिन इसका हिसाब देना चाहिए। रवि राजा ने यह भी कहा कि निगम की वित्तीय स्थिति गंभीर होती जा रही है क्योंकि निगम ने पिछले दो वर्षों में अपनी आय के स्रोत में वृद्धि नहीं की है।
Reported By – Rajesh Soni
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