महाराष्ट्र (Maharashtra)में सियासी संकट खत्म हो चुका है। शिंदे गुट ने भाजपा की मदद से स्पीकर पद का चुनाव और फ्लोर टेस्ट जीत लिया है। लेकर शिंदे सरकार के भविष्य को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है।
इस बीच महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने शिंदे सरकार को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उनका मानना है कि
वर्तमान की शिंदे सरकार छह महीने में गिर सकती है। वहीं उन्होंने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं को मध्यवर्ती चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
शरद पवार ने शिंदे सरकार के गिरने के पीछे का कारण बताया है कि, ‘शिंदे सरकार में नाराज लोगों की बड़ी फौज है। मंत्रीमंडल विस्तार के बाद यह नाराजगी सामने आएगी। वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी शरद पवार के मध्यवर्ति चुनाव की संभावना पर सहमति जताई है।
इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस भी मुख्यमंत्री के पद ना मिलने से नाराज बताए जा रहे हैं। जिसको लेकर विधानसभा के विशेष सत्र में विरोधी दल के नेता खूब चुटकी भी ले रहे हैं। इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस BJP के स्पीकर पद के प्रत्याशी राहुल नार्वेकर के नॉमिनेशन भरने के दौरान भी दिखाई नहीं दिए थे।
वहीं सरकार बनने की जश्न में भी फड़णवीस शामिल नहीं हुए थे। मुम्बई से नागपुर तक लगे भाजपा के पोस्टर्स में गृहमंत्री अमित शाह की तस्वीर नजर नहीं आई। फड़णवीस खेमे के विधायक अमित शाह से नाराज बताए जा रहे हैं। क्योंकि उन्हें लगता है फड़णवीस के साथ अमित शाह ने गेम किया है।
ऐसे में शिंदे सरकार के लिए आगे की राह आसान नहीं होने वाली है। CM एकनाथ शिंदे के सामने शिवसेना के बागी विधायकों को एकजुट रखना और भाजपा के फड़णवीस खेमे के विधायकों को मनाना बहुत बड़ी चुनौती है। अगर शिंदे गुट और फड़णवीस खेमे के विधायकों में से कोई भी नाराज हुआ था। तो वाकई में शिंदे सरकार खतरे में पड़ सकती। और राज्य में मध्यवर्ति चुनाव की विपक्ष की भविष्यवाणी सच साबित हो सकती है।
Reported By :- Rajesh Soni
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