भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद किरीट सौम्या ने अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर लगे आरोपों की सीबीआई जांच के आदेश पर खुशी जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे ने जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी। किरीट सौम्या ने अपने ट्वीट में खुशी जताते हुए लिखा कि, ‘बॉम्बे उच्च न्यायालय ने परमबीर सिंह द्वारा गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर लगाए गए आरोपों की जांच सीबीआई को सौंपने जाने से हमें खुशी है। अब जांच के बाद वसूली रैकेट के लाभार्थियों की सूची सामने आएगी। जिनमें अनिल देशमुख और अनिल (Anil Deshmukh) परब का नाम भी आएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे ने जांच को प्रभावित करने की कोशिश भी की थी।
बता दें कि, किरीट सौम्या वाझे और अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के अवैध वसूली रैकेट के उजागर होने के बाद से उद्धव सरकार के खिलाफ हमलावर है। कुछ दिन पहले किरीट सौम्या ने शिवसेना के कुछ नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी।
जिसके बाद शिवसेना के बड़े नेता और पूर्व मंत्री रविन्द्र वायकर ने किरीट सौम्या के खिलाफ 110 करोड़ रुपयों का मानहानि का केस भी ठोका था। इस मानहानि केस के बाद किरीट ने सीधे सीएम ठाकरे को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने वाझे के अंदर जाने के बाद से शिवसेना की 100 करोड़ रुपयों की वसूली बंद हो गई है। इसी वजह से अब सीएम ठाकरे ने 100 करोड़ रुपये मुझसे वसूलने का टारगेट दिया है।
Report By : Rajesh Soni
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