सीबीआई की गोपनीय रिपोर्ट मीडिया तक पहुंची। लेकिन, इस रिपोर्ट पर किसी के हस्ताक्षर नहीं थे। यह रिपोर्ट किसी ने लीक कर दी थी। रिपोर्ट का मकसद पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को पुख्ता सबूतों के ना होने के अभाव में क्लीन चिट देना था।
हालांकि, सीबीआई (CBI) की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। लेकिन वास्तव में वह रिपोर्ट कहां से आई? इसकी जांच की गई। सीबीआई के सब-इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी को रिपोर्ट लीक करने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई ने अब दावा किया है कि सीबीआई अधिकारी अभिषेक तिवारी को रिपोर्ट लीक करने के लिए अनिल देशमुख ने Iphone12 रिश्वत में दिया था।
Report by : Rajesh Soni
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