औरंगाबाद महानगर पालिका ने नागरिकों को घरों में जाकर कोरोना वैक्सीन लगाने का बड़ा फैसला लिया है। इस अभियान के तहत विकलांग रोगियों, जो बीमारी के कारण घर से बाहर निकलने में असमर्थ हैं, पुरानी बीमारी वाले और बिस्तर से उठने में असमर्थ लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए मनपा ने सर्वे शुरू कर दिया है।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए समुचित सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना मरीजों के लिए कोरोना वैक्सीन एक मात्र उपाय है। इसी वजह से औरंगाबाद नगर निगम प्रयास कर रहा है कि कोई भी नागरिक टीकाकरण से वंचित न रहे।
इसके तहत निगम ने औरंगाबाद में घर-घर जाकर टीकाकरण कराने का फैसला किया है। विकलांग, पुरानी बीमारियों और बिस्तर से उठने में असमर्थता वाले मरीजों को कोरोना का टीका दिया जाएगा। इसके लिए पहली तैयारी के तौर पर निगम विकलांग व बीमार मरीजों की तलाश कर रहा है। इसके लिए मनपा ने सर्वे शुरू कर दिया है।
इसको स्वास्थ्य अधिकारी नीता पडलकर ने कहा कि, ‘सर्वे पूरा होने के बाद नगर निगम की ओर से एक मोबाइल टीम तैनात की जाएगी। टीम घर-घर जाकर टीकाकरण भी करेगी। अभियान के बारे में विस्तार से बोलते हुए, “टीकाकरण 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए है। कोई भी व्यक्ति टीकों से वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए निगम घर-घर जाकर टीकाकरण अभियान चलाने जा रहा है।
Repored By – Rajesh Soni
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