BMC ने दक्षिण मुम्बई के वर्ली इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए डॉ. ई.मोसेस रोड से डॉ. एनी बेसेंट रोड के बीच एक नए ब्रिज का निर्माण करने का फैसला लिया है। यह ब्रिज नेहरू विज्ञान केंद्र और नेहरू तारामंडल क्षेत्र के बीच से होकर गुजरेगा।
कुल 579 मीटर लंबे ब्रिज के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। सुझाव और आपत्ति प्रक्रिया खत्म होने के बाद काम शुरू हो जाएगा। मनपा के अनुसार, ब्रिज के साल 2024 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है। इस पुल के बनने के बाद एनी बेसेंट रोड से डॉ.ई मोसेस रोड से लवग्रोव पम्पिंग स्टेशन के बीच ट्रैफिक कम हो जाएगा। वहीं ट्रैफिक कम होने से यात्रा का समय भी बचेगा।
वर्ली नाका एक प्रमुख जंक्शन है। जो लोअर परेल, महालक्ष्मी और प्रभावदेवी को जोड़ता है। नेहरू विज्ञान केंद्र से सटे नाले पर 280 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 18.3 मीटर चौड़ा यह 579 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। चूंकि वर्ली जंक्शन एक प्रमुख जंक्शन है। यहां अक्सर भीड़भाड़ और ट्रैफिक की समस्या रहती है। इसलिये यातायात को सुलभ बनाने के लिए यह पुल बेहद जरूरी बताया जा रहा है।
Reported By :- Rajesh Soni
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