महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजधानी मुम्बई (Mumbai) कोरोना (Corona) का हॉटस्पॉट बनी हुई है। पिछले कई दिनों से मुम्बई (Mumbai) में रोजाना 10 हजार से ज्यादा नए कोरोना (Corona) के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। जिसके कारण राज्य सरकार भी कोरोना (Corona) की दिनों ओ दिन बिगड़ती स्थिति को लेकर बेहद चिंतित नजर आ रही है।
इसी वजह से महाराष्ट्र (Maharashta) सरकार भी तेजी से बढ़ती कोरोना (Corona) मामलों की रफ्तार को कम करने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने मुम्बई के मशहूर निजी जसलोक अस्पताल को कोरोना मरीजों के लिए पूर्ण समर्पित हॉस्पिटल बनाने का जनहित भरा फैसला लिया है।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका के नए आदेश के अनुसार, ‘अब जसलोक अस्पताल को कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। अब इस अस्पताल में कोरोना मरीजों के अलावा अन्य किसी भी रोग का उपचार नहीं होगी।
वहीं शनिवार सुबह तक जसलोक अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 250 नए बेड्स शामिल हो जाएंगे। जिनमें 40 बेड आईसीयू के होंगे। जसलोक के अलावा बीएमसी ने मुम्बई एक और मशहूर प्राइवेट अस्पताक सेवन हिल्स को भी कोरोना मरीजों के उपचार के लिए इस्तेमाल करने का फैसला लिया है।
बीएमसी द्वारा जल्द सेवन हिल अस्पताल को भी 30 आईसीयू के बेड्स उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा अगले 7 दिनों में बीएमसी द्वारा नेस्को जम्बो सेंटर में 1500 नए बेड की सुविधा की जाएगी।।
बता दें कि, मुम्बई समेत पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत ज्यादा दवाब बढ़ गया है। आलम यह है कि, ‘राज्य के कई अस्पतालों में मेडिकल उपकरणों की कमी हो गई है। कई अस्पतालों में कोरोना मरीजों को बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाला रेमेडिसिवर इंजेक्शन की भी कई अस्पतालों में भारी मांग है।
Report by : Rajesh Soni
Also Read : गर्भवती महिला ने पुलिस की वैन में दिया बच्चे को जन्म