महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 13 अगस्त से पंढरपुर सहित सोलापुर जिले के पांच तालुकों में सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। इस बीच पंढरपुर में आज कर्फ्यू के बावजूद भगवान विट्ठल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। पंढरपुर में आज करीब पचास हजार श्रद्धालु पहुंचे हैं।
आज श्रावणी पुत्रदा एकादशी है। एकादशी के मौके पर आज कई श्रद्धालु पंढरपुर पहुंचे हैं। भगवान विट्ठल के दर्शन के लिए सुबह से ही चंद्रभागा नदी में स्नान और संत नामदेव प्यारी में भक्तों का तांता लगा हुआ है। जहां एक तरफ पंढरपुर में सख्त प्रतिबंध हुआ है तो, दूसरी तरफ मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पंढरपुर शहर में कर्फ्यू लगा दिया है. हालांकि एसटी व निजी सेवाओं के चलते पंढरपुर में श्री विट्ठल रुक्मिणी माता के दर्शन करने कई श्रद्धालु आ रहे हैं।
आज श्रावण शुद्ध पुत्रदा एकादशी होने के कारण पंढरपुर स्थित विठ्ठल और रुक्मिणी माता के मंदिर को आकर्षक रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। इस सजावट को रंजनगांव के विट्ठल भक्त नानासाहेब पचुंडकर ने तैयार किया है।
श्री विट्ठल रुक्मिणी माता की गभरा सोलखंबी, चरखंबी और मंदिर के विभिन्न हिस्सों को गेंदा, ऐशट्रे, ग्लेंडर, नारंगी गेंदा, नीला नीला डीजे, पीला गेंदा, कामिनी, सफेद तौटी, गुलाब, शेवंती, ड्रैसीना, आर्किड से सजाया गया है। इसके लिए करीब 2 टन फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
Reported By – Rajesh Soni
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