कोरोना वायरस ने एक बार फिर दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है। चीन में कोरोना का एक नया रूप फैल गया है। कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है और चीन में भयानक स्थिति पैदा हो गई है। इस पृष्ठभूमि में भारत सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। इसी वजह से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से बचाव के लिए संशोधित गाइडलाइन (Coronavirus Guideline) जारी की है. इसमें अब कोरोना वायरस को लेकर एक डरावनी रिसर्च सामने आई है। इस नए शोध में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस आठ महीने तक शरीर में रहता है।
इस नए शोध ने चिंताएं बढ़ा दी हैं और अधिक देखभाल की मांग की है। रिसर्च से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि अगर आप कोरोना से ठीक भी हो जाते हैं तो भी आप तुरंत कोरोना से मुक्त नहीं होते हैं। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस करीब आठ महीने तक रहता है।
कोरोना से मरने वाले मरीजों के शवों की जांच की गई। इस शोध के तहत पोस्ट मॉर्टम से मातृ ऊतक के नमूनों का अध्ययन किया गया। यह शोध अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोधकर्ताओं ने किया है। चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि कोरोना से मौत के बाद भी कोरोना वायरस इंसान के शरीर में करीब आठ महीने तक बना रहता है।
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