E-Bike Taxi Protest : ई-बाइक टैक्सी को महाराष्ट्र सरकार द्वारा दी गई मंजूरी के खिलाफ, राज्यभर के ऑटो रिक्शा यूनियनों ने 21 मई 2025 को राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। यह आंदोलन महाराष्ट्र ऑटो रिक्शा चालक-मालक संघ की संयुक्त क्रिया समिति द्वारा आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्य के सभी आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों) के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
संघ का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा ई-बाइक टैक्सी को मंजूरी देना पारंपरिक ऑटो रिक्शा चालकों के रोजगार पर सीधा प्रहार है। उनका मानना है कि ई-बाइक टैक्सी सेवाएं बिना पर्याप्त रेग्युलेशन के बाजार में उतारी जा रही हैं, जिससे ऑटो चालक पहले से ही संघर्ष कर रहे रोज़गार में और गिरावट का सामना करेंगे। (E-Bike Taxi Protest)
संघ के प्रमुख नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि सरकार ने यह फैसला बिना किसी विस्तृत चर्चा और मौजूदा ऑटो सेक्टर की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को समझे बिना लिया है। उनका दावा है कि लाखों ऑटो चालक जो ईमानदारी से टैक्स भरते हैं और आरटीओ के नियमों का पालन करते हैं, उनके भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है।
प्रदर्शन के दौरान, यूनियन के प्रतिनिधि राज्य सरकार से ई-बाइक टैक्सी सेवाओं पर पुनर्विचार करने, इस पर कड़ा रेग्युलेशन लागू करने और पारंपरिक परिवहन साधनों के हितों की रक्षा करने की मांग करेंगे।संघ ने सभी ऑटो रिक्शा चालकों से 21 मई को हड़ताल में शामिल होने की अपील की है और चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो यह विरोध आंदोलन और तेज किया जाएगा। (E-Bike Taxi Protest)
इस हड़ताल के कारण राज्यभर में परिवहन सेवाओं पर असर पड़ सकता है, खासकर शहरी इलाकों में जहां ऑटो रिक्शा रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा हैं। यह आंदोलन केवल रोजगार की रक्षा के लिए नहीं बल्कि पारदर्शिता और न्यायसंगत परिवहन नीतियों की मांग को लेकर भी किया जा रहा है। सरकार की प्रतिक्रिया अब देखने योग्य होगी कि क्या वह इस विरोध को गंभीरता से लेकर कोई समाधान निकालती है या आंदोलन और तीव्र होगा।
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