त्योहारों (festivals)के सीजन में खाद्य तेल की कीमतों में एक बार फिर गिरावट आने वाली है। यह आम लोगों के लिए अच्छी खबर है। लेकिन यह किसानों के लिए महत्वपूर्ण खबर है।
क्योंकि सूरजमुखी की फसल की बुआई बढ़ाकर कर्नाटक के किसान जल्द ही मालामाल हो जाएंगे। क्योंकि उन्होंने संकट के दौर में सूरजमुखी की खेती में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की।
फिलहाल सरकार खाद्य तेल की कीमतों पर काबू पाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है। विदेशों से पाम तेल के अलावा, सरकार भारतीय तिलहन फसलों के विकास को बढ़ावा देने का भी प्रयास कर रही है। इसलिए भविष्य में आयात पर निर्भर किए बिना देश की खाद्य तेल की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। कई राज्यों में किसानों ने तिलहन फसलों से मुंह मोड़ लिया था। क्योंकि उन्हें बाजार में अच्छी कीमत नहीं मिली थी।
भारत को रूस से खाद्य तेल की एक बड़ी खेप प्राप्त होगी। साथ ही अर्जेंटीना से तेल की आपूर्ति भी बढ़ी है। चूंकि देश में सूरजमुखी की खेती काफी हद तक बढ़ी है, इसका फायदा अगले कुछ दिनों में बाजार में देखने को मिलेगा। जिसके कारण खाद्य तेल की कीमतों में कमी आएगी।
Reported By :- Rajesh Soni