False Promise : नासिक पुलिस ने एक गंभीर मामले में दंगा नियंत्रण पुलिस (RCP) में तैनात एक पुलिस कांस्टेबल चंद्रकांत उर्फ अभि शंकर दलवी के खिलाफ दुष्कर्म और धमकी देने का मामला दर्ज किया है। आरोपी ने 25 वर्षीय विवाहित महिला को शादी का झांसा देकर कई सालों तक उसका यौन शोषण किया और बाद में महिला और उसके पति को जान से मारने की धमकी भी दी। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
घटना का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता, जो पाथर्डी फाटा क्षेत्र की रहने वाली है, ने इंदिरानगर थाने में पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि आरोपी कांस्टेबल चंद्रकांत ने उसे प्रेम संबंधों और शादी का झांसा देकर अपने प्रभाव में लिया। इसके बाद उसने महिला के साथ कई बार दुष्कर्म किया। जब महिला ने इस उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई, तब आरोपी ने उसे और उसके पति को जान से मारने की धमकी दी, जिससे पीड़िता और उसके परिवार में दहशत फैल गई। (False Promise)
पुलिस ने बताया कि चंद्रकांत दलवी दंगा नियंत्रण पुलिस (RCP) की इकाई में तैनात है और इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। नासिक पुलिस के अधिकारी इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करने का दावा कर रहे हैं।
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाले पुलिसकर्मी खुद अपराध में कैसे लिप्त हो सकते हैं। आम जनता के बीच पुलिस पर विश्वास कम होने का खतरा भी पैदा हो गया है। पुलिस प्रशासन ने कहा है कि वे इस मामले की निष्पक्ष और कड़ी जांच करेंगे और दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे। इस प्रकार के मामलों में अक्सर पीड़ित महिलाएं डर और भय के कारण आवाज उठाने में हिचकती हैं। इस घटना ने नासिक पुलिस को यह संदेश दिया है कि पीड़ितों को भरोसा दिलाना और उन्हें सुरक्षित महसूस कराना कितना जरूरी है ताकि वे न्याय के लिए आगे आ सकें।
नासिक पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे अपराधों के खिलाफ साहस के साथ आगे आएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें। वहीं, समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा के लिए भी जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया जा रहा है। यह मामला सिर्फ नासिक के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि पुलिस बल में भी सुधार और जवाबदेही की आवश्यकता है। देशभर में ऐसी घटनाएं पुलिस बल की छवि को प्रभावित करती हैं, इसलिए इसे रोकने के लिए सख्त नियम और प्रशिक्षण जरूरी है। (False Promise)
अंततः, इस मामले में न्याय की उम्मीद की जा रही है ताकि पीड़ित महिला को न्याय मिल सके और इस तरह के अपराधों पर अंकुश लग सके। पुलिस प्रशासन ने वादा किया है कि वे पूरी पारदर्शिता के साथ मामले की जांच करेंगे और दोषी को कानून के मुताबिक दंडित करेंगे।
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