मुंबई नगर जल विभाग अंधेरी के मलाड में जलापूर्ति (Water supply)में सुधार करेगा। इसके लिए 7 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। काम अगले अक्टूबर के बाद शुरू होगा और 8 महीने में पूरा हो जाएगा। मुंबई के सात झीलों से प्रतिदिन 3,850 मिलियन लीटर पानी मिलता है। मुंबई को एक साल के लिए सात झीलों से 14,47,363 मिलियन लीटर पानी की जरूरत है।
हालांकि, मुंबई में दैनिक जलापूर्ति में लीकेज और चोरी के कारण 27 फीसदी पानी बर्बाद हो जाता है।वास्तव में, मुंबईकरों को प्रतिदिन कम से कम 4,500 से 5,000 मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है।
हालांकि, नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित गरगई, पिंजल, दमनगंगा आदि जल परियोजनाएं जलापूर्ति बढ़ने के कारण रुकी हुई हैं। इसलिए, उपलब्ध पानी की आपूर्ति पर्याप्त नहीं है।कई जगहों पर पानी की आपूर्ति ठीक नहीं है। कहीं-कहीं जलमार्गों के लीकेज के कारण दूषित जल आपूर्ति की शिकायत है। इसलिए नगर जल विभाग ने मुंबईकरों की जलापूर्ति को सही बनाने के लिए कई जगहों पर पानी के मेन को बदलने और कई जगहों पर नए पानी के मेन बिछाने का काम हाथ में लिया है।इसमें से अंधेरी (पश्चिम), मलाड (पश्चिम) और मलाड (पूर्व) में जलापूर्ति में सुधार के लिए 6 करोड़ 67 लाख रुपये के कार्य किए गए हैं।
Reported By :- Nitesh Thakur
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